शिमला:स्कूली बच्चों के सीखने की क्षमता जांचने के लिए बीते कल हिमाचल में परख (PARAKH) सर्वे-24 कराया गया. समग्र शिक्षा की ओर से परख सर्वे के लिए पूरे इंतजाम किए गए थे. यह सर्वे 1215 स्कूलों में कराया गया, जिसमें 1367 फील्ड इनविजिलेटर तैनात रहे. प्रत्येक स्कूल के लिए सीबीएसई की ओर से एक पर्यवेक्षक तैनात किया गया था. परख सर्वे के जरिए तीसरी, छठी और नौंवी कक्षा के बच्चों का मूल्यांकन किया गया. अब सर्वे के रिजल्ट के बाद यह पता चल पाएगा कि हिमाचल के बच्चों का इसमें किस तरह से प्रदर्शन रहा है.
एनसीईआरटी की ओर से समग्र शिक्षा के माध्यम से आज हिमाचल में परख सर्वे कराया गया. इसके लिए हिमाचल के 1215 स्कूलों को सेंटर बनाया गया था, जिनमें राज्य के 589 सरकारी स्कूल, 505 निजी स्कूल और 113 केंद्रीय विद्यालय शामिल किए गए. सर्वे के लिए सेंटर बच्चों के स्कूलों को ही बनाया गया था, ताकि उनको कोई दिक्कत न हो. यह सर्वे ओएमआर शीट पर कराया गया, जिसमें तीसरी और छठी कक्षा के बच्चों का भाषा, गणित, ईवीएस और 9वीं कक्षा के बच्चों का भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान विषयों का ज्ञान परखा गया.
चयनित स्कूलों में प्रत्येक कक्षा के अधिकतम 30 बच्चों को ही इस सर्वे में शामिल किया गया. परख सर्वे को लेकर स्कूली बच्चों में भी उत्साह देखा गया. समग्र शिक्षा की ओर से यह सुनिश्चित किया गया है कि परख सर्वे पारदर्शिता के साथ कराया जाए.
स्कूलों में परख को लेकर कराई गईं विशेष तैयारियां
सरकार के दिशा निर्देशों के अनुसार समग्र शिक्षा और शिक्षा विभाग ने मिलकर परख सर्वे के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कराई गईं थीं. स्कूलों में इसके लिए जीरो ऑवर यानी विशेष पीरियड लगाए गए. समग्र शिक्षा के विद्या समीक्षा केंद्र (वीएसके) के अभ्यास पोर्टल पर परख सर्वे से संबंधित प्रश्न पत्र स्कूलों को उपलब्ध कराए गए, जिसके अनुसार बच्चों की प्रैक्टिस कराई गई. बच्चों की विशेष तौर पर ओएमआर शीट पर ही प्रैक्टिस कराई गई, ताकि छात्र इस प्रक्रिया से भली-भांति परिचित हो सकें.