बीकानेर. हिंदू धर्म शास्त्रों में यूं तो हर तिथि का अपना महत्व है, लेकिन चैत्र माह की कृष्ण पक्ष में आने वाली पापमोचनी एकादशी का विशेष महत्व माना गया है. इस बार ये एकादशी पांच अप्रैल यानी शुक्रवार को आएगी. इस दिन श्रद्धालु उपवास रखेंगे.
पञ्चांगकर्ता पंडित राजेंद्र किराडू के अनुसार मान्यता है कि पाप मोचनी एकादशी का नियमपूर्वक पालन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा अर्चना करनी चाहिए. मान्यता है कि इस पापमोचनी एकादशी के व्रत को करने वाले को गाय के दान के बराबर पुण्य मिलता है. वैसे तो हर एकादशी का व्रत करते हुए सात्विक रहना चाहिए. व्रत नियम का पालन करना चाहिए. बताया गया है कि पापमोचनी एकादशी के दिन तामसिक पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए. किसी भी व्रत का महत्व इंद्रियों पर नियंत्रण से जुड़ा है.