पंचकूला: हरियाणा में 2019 में दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद पंचकूला नगर निगम की सभी ब्रांच को एक नई संयुक्त बिल्डिंग में लाने का फैसला किया गया था. क्योंकि नगर निगम की ब्रांच सेक्टर-4 और सेक्टर-14 में स्थित निगम की दो अलग-अलग इमारतों में हैं. अक्टूबर में फिर एक बार विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन पंचकूला नगर निगम को एक ही सेक्टर में अपनी संयुक्त इमारत आज तक नहीं मिल सकी है.
हाईकोर्ट से सुलझा निगम-ठेकेदार का विवाद
पंचकूला नगर निगम की नई इमारत का निर्माण सेक्टर-3 में होना था. लेकिन निर्माणाधीन निगम बिल्डिंग के लिए जारी टेंडर के अलॉटी और अफसरों के बीच विवाद खड़ा हो गया. ऐसे में अलॉटी ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से मामले में स्टे ले लिया था. पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि मामले में हाईकोर्ट से फैसला हो गया है. इसके अनुसार इमारत का निर्माण कार्य पुरानी कीमत के बजाय नए सिरे से टेंडर कॉल करना है.
एक सप्ताह में टेंडर कॉल की उम्मीद
मेयर कुलभूषण गोयल ने बताया कि अगले एक सप्ताह के भीतर नगर निगम की सेक्टर-3 स्थित निर्माणाधीन बिल्डिंग का कामकाज पूरा करने के लिए टेंडर कॉल किया जाएगा. हालांकि यह प्रक्रिया कब तक पूरी हो सकेगी, इस बारे में स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने पर यह टेंडर लटक भी सकता है. ऐसा होने पर नगर निगम को अपनी नई नवनिर्मित बिल्डिंग के लिए अधिक समय तक इंतजार करना पड़ सकता है. जबकि नगर निगम की इमारत के निर्माण का काम साल 2020 में जारी किया गया था. लेकिन टेंडर के अलॉटी से विवाद होने पर इसका काम लटक गया था.
कमिश्नर ने काम में देरी पर रद्द किया था टेंडर