चंडीगढ़ः हरियाणा में 2 मार्च को होने वाले निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारी जारी है. सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है. वहीं इनेलो की भी जिला अध्यक्षों और पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई. बैठक में निकाय चुनाव सिंबल पर लड़ने सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई.
बाहरी उम्मीदवारों के समर्थन पर चर्चाः बैठक के बाद इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने निकाय चुनाव को लेकर पार्टी के रुख से अवगत कराया. अभय चौटाला ने कहा कि बैठक में विशेष रूप से इस बात पर चर्चा हुई कि क्या सिंबल पर चुनाव लड़ना है या नहीं. इस बारे में अगले 2 दिन में सभी जिला अध्यक्ष अपने उम्मीदवारों से बात करके इस पर अपना जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि ऐसे नगर निकायों पर भी चर्चा हुई जहां ऐसा कोई व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है, जो हमारी विचारधारा का समर्थन करता हो या हमसे समर्थन चाहता हो. ऐसे उम्मीदवारों को पार्टी समर्थन भी कर सकती है.
पार्टी के सीनियर नेताओं को 4-4 जिले का प्रभारः प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि इसके साथ ही फैसला लिया है कि पार्टी के जो सीनियर साथी हैं, उनको चार-चार जिले दिए गए हैं. वे आवंटित जिलों में जाकर इनेलो के पुराने साथी जो आज किसी वजह से निष्क्रिय हैं, उन सब से बातचीत करेंगे और पार्टी का फिर हम नए सिरे से संगठन बनाने का काम करेंगे. यानी पार्टी पुराने कार्यकर्ताओं से मुलाकात करके उन्हें दोबारा एक्टिव करने की तैयारी में जुट गई है.
बैलेट पेपर से चुनाव मंजूर नहींः वहीं, राज्य चुनाव आयुक्त ने कांग्रेस की बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग को खारिज कर दिया है, इसको लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में अभय चौटाला ने कहा कि कांग्रेस दो तरह की राजनीति करती है. हिमाचल में जहां वह जीते वहां EVM में कोई खराबी नहीं, और वहीं हरियाणा में हार का सारा ठीकरा EVM पर डाल दिया गया. लोकसभा चुनाव में भी EVM को ठीक ठहराया. तब भी इसका विरोध करना चाहिए था.
बीजेपी के एजेंट के रूप में काम करते हैं हुड्डाः अभय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में हार की सारी जिम्मेदारी भूपेंद्र हुड्डा के सर पर है. दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार पर दीपेंद्र हुड्डा ने कहा था कि अगर इंडिया एलायंस लड़ता तो दिल्ली में भाजपा नहीं जीतती. हरियाणा में फिर क्यों नहीं लड़े? यानी वह यहां कांग्रेस को हराना चाहते थे. उन्होंने कहा कि हुड्डा बीजेपी के एजेंट के रूप में काम करने वाला व्यक्ति है.
सिर्फ पार्लियामेंट तक सीमित था INDIA गठबंधनः अनिल विज को जारी नोटिस पर अभय चौटाला ने कहा कि ये उनकी पार्टी के अंदर का मामला है. पर जिस तरह से अनिल विज का बयान आया था. अब क्या वो अपनी बात पर टिके रहते है या नहीं. आम आदमी पार्टी की दिल्ली हार पर उन्होंने कहा कि ये मान के चलना चाहिए कि INDIA गठबंधन सिर्फ पार्लियामेंट तक सीमित था.