रांचीःझारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साव को आर्थिक चोट देने के लिए झारखंड एटीएस विशेष रणनीति पर काम कर रही है. एक तरफ एटीएस अमन गिरोह के द्वारा खौफ के बल पर की गई कमाई की जानकारी जुटा रही है, वहीं गैंग की राजदार पम्मी पर भी शिकंजा कसा जा रहा है.
छत्तीसगढ़ जेल में बंद है पम्मी
कुख्यात गैंगस्टर अमन साव के गैंग की महिला सदस्य और गिरोह की बड़ी राजदार पम्मी से झारखंड एटीएस की टीम छत्तीसगढ़ जाकर पूछताछ कर रही है. पम्मी को झारखंड एटीएस की सहायता से छत्तीसगढ़ पुलिस ने पिछले महीने गिरफ्तार किया था. तब से पम्मी छत्तीसगढ़ की जेल में बंद है.
एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार पम्मी कुख्यात अपराधी आकाश राय की पत्नी है. आकाश भी सिमडेगा जेल में बंद है. पम्मी, अमन साव गिरोह के गुर्गों के पास हथियार, पैसे और दूसरे तरह की मदद पहुंचाने का काम करती थी. एटीएस को यह पुख्ता सूचना मिली है कि पम्मी के सीने में कई ऐसे राज दफन हैं, जिसका खुलासा होने पर एटीएस अमन गिरोह पर शिकंजा कस सकती है.
एटीएस के एसपी ने दी जानकारी
इस संबंध में झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने बताया कि अमन गिरोह के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई की जा रही है. इसी क्रम में छत्तीसगढ़ में पम्मी से एक बार फिर पूछताछ की जाएगी. पम्मी के पास अमन साव के द्वारा की गई काली कमाई का हिसाब भी है. पम्मी को पता है कि अमन साव के द्वारा खौफ के बल पर की गई कमाई कहां-कहां निवेश किया गया है.
अमन और लॉरेंस दोनों के संपर्क में थी पम्मी
कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और अमन साव एक साथ काम कर रहे हैं. यह झारखंड एटीएस और कई राज्यों की पुलिस की जांच में स्पष्ट हो चुका है. लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे भी दोनों गैंग के लिए काम कर रहे हैं. पम्मी अमन साव और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के बीच हाल के दिनों में मुख्य सूत्रधार बनी हुई थी.
अमन गैंग के शूटरों को पम्मी पैसा और हथियार उपलब्ध करवाने के काम करती थी. गिरोह के द्वारा जुलाई महीने में छत्तीसगढ़ के एक बड़े कारोबारी के प्रतिष्ठान के बाहर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था. छत्तीसगढ़ पुलिस की जांच में बात सामने आई है कि कांड को अमन गिरोह के दौरान अंजाम दिया गया था.छत्तीसगढ़ में हुई फायरिंग की योजना पम्मी के सामने ही बनी थी और पैसे के साथ-साथ हथियार भी पम्मी ने ही उपलब्ध करवाए थे.
फायरिंग के बाद पोस्ट लिख दी थी धमकी
13 जुलाई को अमन और लॉरेंस गैंग के द्वारा छत्तीसगढ़ के पीआरए बर्बरीक और आरकेटीसी कंपनी के दफ्तर के बाहर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया गया था. बाद में फायरिंग की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी अपलोड की गई और दोनों को यह धमकी दी गई कि जब तक रंगदारी नहीं दोगे, काम नहीं करने दिया जाएगा.