दुर्ग :जिले के कुरुद स्थित नकटा तालाब को लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. भोजपुरी की लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन के बाद उनके सम्मान में वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने नकटा तालाब का नामकरण शारदा सरोवर करने का ऐलान किया था. जिसके बाद से ही विरोध के स्वर उठने लगे. स्थानीय लोगों ने विधायक से मुलाकात कर विरोध जताया.
ग्रामीणों और बीजेपी विधायक के बीच तीखी बहस : स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह तालाब उनके पुरखों ने बनाया है. लेकिन वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने शारदा सिन्हा के नाम पर इसका नामकरण कर दिया. ग्रामीणों ने विधायक रिकेश सेन से मिलकर इस फैसले का विरोध जताया और अपनी बात रखी है. इस दौरान ग्रामीणों और बीजेपी विधायक रिकेश सेन के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली.
तीखी बहसबाजी के बाद प्रस्ताव वापस (ETV Bharat Chhattisgarh)
यह तालाब पहले से ही स्वर्गीय देवदास बंजारे के नाम पर है. बावजूद इसके विधायक रिकेश सेन ने इस तालाब का नाम बदलने का ऐलान किया. लोगों ने इसका विरोध किया है. दस्तावेज में नगर निगम ने उल्लेखित किया है कि यह तालाब देवदास बंजारे के नाम पर है. : स्थानीय निवासी
ग्रामीणों के गुस्से को देख फैसला लिया वापस : इस पूरे मामले पर वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उस तालाब का नाम देवदास बंजारे के नाम पर था. विधायक रिकेश सेन ने ग्रामीणों से तालाब का देवदास बंजारे के नाम पर होने का दस्तावेज मांगा तो ग्रामीणों ने दस्तावेज भी दिखाया. जिसके बाद विधायक रिकेश सेन ने तालाब का नाम यथावत रखने की बात कही है.
वह तालाब देवदास बंजारे के नाम पर है. लोगों ने कहा कि नाम यथावत होना चाहिए तो उनकी भावनाओं के देखते हुए नाम परिवर्तन नहीं किया जाएगा. शारदा सिन्हा के नाम पर क्या करना है, यह महापौर परिषद और सामान्य सभा में तय किया जाएगा. : रिकेश सेन, विधायक, वैशाली नगर विधानसभा
स्थानीय ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए अंत में विधायक रिकेश सेन को अपना फैसला वापस लेना पड़ा है. हालांकि, विधायक रिकेश सेन का कहना है कि शारदा सिन्हा के नाम पर क्या रखना है, यह महापौर परिषद और नगर निगम के सामान्य सभा में फैसले के बाद तय होगा.