खूंटीः चाईबासा, खूंटी और सरायकेला के सीमावर्ती क्षेत्र के चाईबासा के कराईकेला और अड़की थाना क्षेत्र से सटे बलियाडीह गांव के जंगल में गुरुवार दोपहर को पुलिस और नक्सलियों के दस्ते के बीच भीषण मुठभेड़ हुई. जिसमें माओवादियों का एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया. बुधराम मुंडा खूंटी के अड़की थाना क्षेत्र के चारी सूद गांव का रहने वाला था. वो विगत सात वर्षों से माओवादी संगठन से जुड़ा था.
नक्सली अमित मुंडा उर्फ लंबू, प्रभात मुंडा उर्फ मुखिया अपने दस्ता के सदस्यों के साथ खूंटी, चाईबासा और सरायकेला जिले के सटे घने जंगलों में सक्रिय है. इस सूचना पर खूंटी और चाईबासा की पुलिस बुधवार से ही दस्ते की खोज अभियान चला रही थी. इसी दौरान खूंटी, चाईबासा और कोबरा 209 बटालिय के जवानों की सयुंक्त अभियान में बलियाडीह गांव से सटे जंगल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गयी.
इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में माओवादी का एरिया कमांडर बुधराम मुंडा मारा गया. वहीं इनामी नक्सली प्रभात मुंडा और दर्जनों नक्सली घने जंगल का फायदा उठाकर भागने में कायमाब रहे. सुरक्षा बलों की ओर से हुई फायरिंग में दो अन्य नक्सलियों को गोली लगी है. घटनास्थल से सटे जंगल किनारे बने घर पर बड़ी संख्या में खाद्य सामग्री समेत जरूरत के सामान पड़े थे. जिसे सुरक्षा बलों ने कब्जे में ले लिया.
घटनास्थल पहुंचे पश्चिमी सिंहभूम जिला के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि खूंटी, चाईबासा और कोबरा 209 बटालियन के जवानों के साथ सयुंक्त टीम नक्सलियों की खोज में निकले थे. गुप्त सूचना पर पुलिस जैसे ही पहुंची तो माओवादियों ने पुलिस जवानों पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. दोनों तरफ से ढाई सौ राउंड से अधिक गोलियां चली उसके बाद जंगल में सर्च अभियान चलाया गया. जहां जवानों ने एक माओवादी का शव बरामद किया.
एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि घटनास्थल से पुलिस ने एक पिस्टल, ढाई सौ से अधिक कारतूस, डेटोनेटर, पिट्ठू, वाकी टॉकी, रेडियो समेत कई समान बरामद किए गए हैं. नक्सलियों के खिलाफ जंगलों में सर्च अभियान फिलहाल जारी रहेगा. लोकसभा चुनाव 2024 में खलल डालने के लिए क्षेत्र में नक्सली भ्रमणशील थे लेकिन पुलिस की सतर्कता के कारण माओवादी अपने नापाक मंसूबे में विफल रहे.