मुजफ्फरपुरः केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार 12 दिसंबर को 'वन नेशन, वन इलेक्शन' विधेयक को मंजूरी दे दी. इसके बाद राजनीतिक दलों के बीच वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर बहस छिड़ गयी. जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने वन नेशन वन इलेक्शन के पक्ष में आवाज बुलंद की है. उनका मानना है कि ऐसा होने से सरकार हमेशा चुनाव मोड में नहीं रहेगी. सरकार और जनता दोनों का समय और खर्च बचेगा. लेकिन, उन्होंने इसे लागू करने के तरीके पर सवाल उठाया.
कैसे लागू किया जाए: प्रशांत किशोर ने 'वन नेशन वन इलेक्शन' को देश के लिए फायदेमंद बताया. उनका मानना है अगर इसे सही नीयत से लागू किया जाए तो देश के लिए काफी फायदेमंद होगा. उन्होंने अपने अनुभव के आधार पर कहा कि हर साल देश की करीब एक चौथाई जनता मतदान करती है. इस वजह से सरकार चलाने वाले लोग ज्यादातर समय चुनाव के चक्र में फंसे रहते हैं. उन्होंने कहा कि इस कानून के लागू करने के लिए चार-पांच साल का वक्त दिया जाना चाहिए.