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लाल मिर्ची से थी दूरी, बगैर गद्दे का रहता था बिस्तर... जानिए ओपी चौटाला के जीवन से जुड़े और ऐसे अनसुने पहलू - OP CHAUTALA FUNERAL

हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला के जीवन से जुड़ी खास बातों को जानने के लिए आगे पढ़ें.

Memories related to OP Chautala
अब यादों में ओपी चौटाला (ETV Bharat)

By ETV Bharat Haryana Team

Published : 7 hours ago

चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला का गुरुवार को गुरुग्राम के अस्पताल में निधन हो गया. उनके निधन पर पूरे हरियाणा में तीन दिनों का राजकीय शोक घोषित किया गया है. ओपी चौटाला एक ऐसे शख्सियत थे, जो शुरू से ही चर्चा में रहे हैं. कई बातें ऐसी थी, जो उनको औरों से खास बनाती है. जैसे अधिकारियों में उनका खौफ, जेल में रहकर परीक्षा देना, लाल मिर्ची से तौबा, याददास्त के धनी, गरीब कार्यकर्ताओं की मदद करने जैसी कई ऐसी बातें हैं, जो आम नहीं थी. आइए आपको हम हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला से जुड़ी ऐसी खास बातें बताते हैं, जो बहुत कम लोगों को पता है.

हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला (ETV Bharat)

जब पहली बार सीएम बने: जब ओपी चौटाला के पिता देवीलाल उप प्रधानमंत्री बनने वाले थे. उस दौरान वो काफी असमंजस में थे कि बड़े बेटे ओपी को सीएम बनाए या छोटे बेटे रणजीत को. काफी सोचने के बाद तय हुआ कि बड़े बेटे ओपी चौटाला को सीएम बनाना है. नवंबर 1989 में देवी लाल ने केंद्र सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया था. उन्होंने अपने बेटे ओम प्रकाश चौटाला को हरियाणा का मुख्यमंत्री चुना. चौटाला के संगठनात्मक कौशल को देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया. ओपी के सीएम बनने के बाद परिवार में दरार भी पड़ी. हालांकि पिता ने ओम प्रकाश चौटाला को काम करने की पूरी आजादी मिले, इसलिए रणजीत सिंह को राज्यसभा भेज दिया.

पूर्व सीएम ओपी चौटाला (Op Chautala Twitter)

जबरदस्त थी याददाश्त:ओम प्रकाश चौटाला में एक बात जो सबसे ज्यादा खास थी, वो थी उनकी याददाश्त. उनकी याददाश्त बड़ीगजब की थी. हजारों लोगों के बीच भी वो अपने कार्यकर्ताओं का चेहरा और नाम याद रखते थे. सफर के दौरान वो हमेशा अपने आस-पास बैठे लोगों से पूछते थे कि कहां पहुंच गए. उन्हें जगह का नाम बताने पर, चौटाला याद करते थे कि इस गांव में हमारा इस नाम का पुराना वर्कर रहता है. उसे फोन मिलाओ. उसी समय उस वर्कर को फोन मिलाकर चौटाला उसकी खबर लेते थे.

कार्यकर्ताओं से मिलते पूर्व सीएम ओपी चौटाला (Op Chautala Twitter)

गरीब कार्यकर्ताओं की करते थे मदद:चौटाला दिल के काफी धनी थे. वो गरीब कार्यकर्ताओं को खोज-खोज कर राजनीति में लाते थे. गरीब कार्यकर्ताओं को वो ऐसे पद पर बिठाते थे, जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता था. उन्होंने राजनीति में ऐसे-ऐसे लोगों को टिकट देकर विधायक, सांसद, मंत्री और राज्यसभा सदस्य बनाया, जो सपने में भी सोच नहीं सकते थे कि उनको राजनीति में बड़ा ब्रेक मिलेगा. कई कार्यकर्ता तो नाई, दर्जी और पंचर ठीक करने वाले हुआ करते थे. अगर उनका कोई साथी चुनाव हार जाता तो वो उसे फिर से मौका देते थे.

हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला (ETV Bharat)

"चौटाला" गांव को दिलाई खास पहचान: पूर्व सीएम ओपी ने अपने नाम के आगे "चौटाला" जोड़ा. दरअसल उनका जन्म चौटाला गांव में ही हुआ था. अपने नाम के आगे गांव का नाम जोड़कर उन्होंने अपने गांव को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाई थी. चौधरी ओमप्रकाश परिवार के पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने नाम के साथ गांव का नाम "चौटाला" जोड़ा था. हालांकि बाद में उनके परिवार के सभी लोगों ने अपने नाम के साथ "चौटाला" लगा लिया था. इससे "चौटाला" गांव को खास पहचान मिली.

अधिकारियों में था उनका खौफ (ETV Bharat)

अधिकारियों में था उनका खौफ:ओपी चौटाला से अधिकारी थर-थर कांपते थे. दरअसल, एक बार विपक्ष के नेता ने उनपर कटाक्ष किया कि आपके ज्यादातर अधिकारी रात में पार्टियों में जाते हैं, शराब के नशे में होते हैं. आपके शासनकाल में प्रदेश में कानून व्यवस्था राम भरोसे है. ओपी को ये बात लग गई. उन्होंने अगले ही दिन सभी अधिकारियों को सूचित कर दिया कि वो किसी भी समय फोन पर उनसे किसी भी प्रोजेक्ट या घटना के बारे में अपडेट ले सकते हैं. इसके बाद ओपी चौटाला कहीं भी हों, रोजाना रात को जिला उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को फोन कर अपडेट लेना शुरू कर देते थे. यही कारण है कि उनके खौफ से अधिकारी रात में तकिए के नीचे डायरी रखकर सोते थे कि कब सीएम का फोन आ जाए और वो उनसे अपडेट लेने लग जाएं.

कार्यकर्ताओं के बीच ओपी चौटाला (ETV Bharat)

लाल मिर्ची से थी दूरी लेकिन लौकी और कढ़ी थी फेवरेट: पूर्व सीएम चौटाला सादा खाना खाने के शौकिन थे. लाल मिर्च से उनको नफरत थी. वो हरी मिर्च खाते थे. खाने को लेकर वो इतने स्ट्रिक्ट थे कि वो विदेश भ्रमण के दौरान भी अपने रसोइये मोहन को साथ लेकर जाते थे. उनका रसोइया वहां उनके लिए खाना बनाता था. रसोइए को 60 देशों की वो यात्रा करा चुके थे. उसका घर बनवाने से लेकर बच्चों की शादी तक उन्होंने करवाई थी. उनके फेवरेट खाने की बात करें तो दाल, सब्जी, रोटी, घिया, खिचड़ी और कढ़ी उनको बेहद पसंद थी.

बगैर गद्दे वाली बिस्तर पर ही आती थी नींद:पूर्व सीएम को सादा जीवन बेहद पसंद था. कहा जाता है कि चौटाला अपने ड्राइवर को कार की एसी बंद करने के लिए कहते थे और बगैर गद्दे के ही बिस्तर पर सोते थे. उनको सादा जीवन भाता था. भले ही उनके सियासी सफर के दौरान उतार-चढ़ाव आया हो, हालांकि वो हमेशा अपने सिद्धांतों पर अडिग रहते थे.

जेल में रहकर की पढ़ाई: पूर्व सीएम ओपी चौटाला जेबीटी भर्ती घोटाले की सजा काटने के दौरान जेल से ही 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं दिए. परीक्षा में उनके अच्छे अंक भी आए थे. काफी दिनों तक इस बात की चर्चा होती रही.

स्मग्लिंग के केस में हुए थे गिरफ्तार: सबसे अजीब बात तो ये थी कि वो सीएम रहने के बावजूद स्मगलिंग के केस में गिरफ्तार हुए थे. बताया जाता है कि वो किसी जमाने में घड़ियों की स्मगलिंग किया करते थे. स्मगलिंग करते हुए उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था. इस घटना के बाद उनके पिता चौधरी देवीलाल ने उन्हें घर से बेदखल तक कर दिया था.

ये किस्से भले ही पुराने हों लेकिन उनके किस्से उनका व्यक्तित्व को दर्शाता है. आज ओपी चौटाला जीवित नहीं हैं, लेकिन लोगों की यादों में वो हमेशा जिंदा रहेंगे.

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