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छत्तीसगढ़ में चुनाव का बहिष्कार कर सकता है ओबीसी वर्ग, आंदोलन की भी चेतावनी - OBC RESERVATION ISSUE

ओबीसी वर्ग महासभा का आरोप है कि ओबीसी नेताओं की राजनीति खत्म करने की साजिश की जा रही है.

OBC Reservation Issue
ओबीसी महासभा की बड़ी चेतावनी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 16, 2025, 8:12 PM IST

बालोद : छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आरक्षण को लेकर ओबीसी वर्ग नाराज है. छत्तीसगढ़ ओबीसी वर्ग महासभा के प्रदेश अध्यक्ष राधेश्याम साहू ने कहा कि यदि सरकार ने ओबीसी वर्ग के आरक्षण को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया तो आने वाले दिनों में जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

चुनाव का बहिष्कार कर सकता है ओबीसी वर्ग : राधेश्याम साहू का कहना है कि ''पूरा ओबीसी वर्ग छत्तीसगढ़ में चुनाव का बहिष्कार कर सकता है.'' बालोद शहर के साहू सदन में मीडिया से चर्चा के दौरान पिछड़ा वर्ग महासभा ने अपनी समस्याओं को रखते हुए कहा कि सरकार ने पिछड़ा वर्ग महासभा के साथ गलत किया है और कहीं ना कहीं ओबीसी वर्ग के लोग जो राजनीति से जुड़े हुए हैं, उनकी राजनीति खत्म करने की यह साजिश है.

आरक्षण को लेकर ओबीसी वर्ग नाराज (ETV Bharat)

पूरा ओबीसी वर्ग छत्तीसगढ़ में चुनाव का बहिष्कार कर सकता है : राधेश्याम साहू, प्रदेश अध्यक्ष, छग ओबीसी महासभा

ओबीसी महासभा ने दायर की याचिका: प्रदेश महासचिव एवं बालोद इकाई के अध्यक्ष यज्ञदेव पटेल ने बताया कि आरक्षण के बाद से ओबीसी समाज में आक्रोश है. ओबीसी महासभा ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की है. इसके बावजूद भी चुनाव किया जाता है तो प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जाएगा.

एक अध्यादेश के माध्यम से तीन चौथाई आरक्षण को 50 प्रतिशत आरक्षण में तब्दील कर दिया गया है. इससे ओबीसी वर्ग का प्रतिनिधित्व मारा जा रहा है. सामान्य सीटों में ओबीसी वर्ग को उतारने की बात राजनैतिक दल के लोग कह रहे हैं तो मैं ये कहना चाहता हूं कि पहले जो ओबीसी का वाजिब हक है, उसे मिलना चाहिए : यज्ञदेव पटेल,प्रदेश महासचिव, ओबीसी वर्ग

"जहां 90 % ओबीसी, वहां भी ओबीसी का आरक्षण नहीं": ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चंद्रेश हिरवानी ने कहा कि पंचों का आरक्षण भी जनसंख्या के अनुपात में कम है. पूर्व में ओबीसी के लिए आरक्षित ये सभी सीटें अब सामान्य घोषित हो चुकी है. वहीं, जिला पंचायत बालोद के 16 क्षेत्र में पिछली बार 4 सीट ओबीसी वर्ग को दिया गया था, लेकिन आज केवल एक सीट ओबीसी वर्ग को मिली है. कुछ इसी तरह जनपद पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों के साथ ये दूजा व्यवहार किया गया है.

मैदानी क्षेत्रों में अनेकों पंचायतें ऐसी है, जहां लगभग 90 से 99 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है, लेकिन वहां पर भी ओबीसी के लिए सरपंच पद आरक्षित नहीं है. चंद्रेश हिरवानी का यह भी कहना है कि हम सब ओबीसी वर्ग महासभा के बैनर तले लड़ाई लड़ने को तैयार हैं : चंद्रेश हिरवानी, अध्यक्ष, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी


आरक्षण में कटौती से नाराज है ओबीसी वर्ग : छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में आरक्षण पर कटौती से पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) महासभा नाराज है. इसके विरोध में ओबीसी वर्ग समाज के लोग प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रहे हैं. पिछड़ा वर्ग समाज ने सरकार से नगरीय निकाय चुनाव में तय किए गए आरक्षण को निरस्त करने और दोबारा आरक्षण कराने की मांग रखी है. ओबीसी समाज ने चितावनी दी है कि मांगों पर सरकार ध्यान नहीं देती है, तो आगामी दिनों में उग्र आंदोलन पिछड़ा वर्ग समाज करेगा. ओबीसी समाज के इन प्रदर्शनों को कांग्रेस ने भी अपना समर्थन देते हुए प्रदेश भर में आंदोलन करे का ऐलान किया है.

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