नूंह: बरसात का पानी जमने से हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर बसा नूंह जिला का जैवंत गांव टापू में तब्दील हो चुका है. यह गांव कई दिनों तक जलजमाव को लेकर सुर्खियों में बना रहा. शासन-प्रशासन ने इस गांव से पानी निकालने का काम फिलहाल शुरू कर दिया है. गांव में चार पंपसेट लगाए गए हैं, जो पिछले कई दिनों से पानी निकालने में लगे हुए हैं. कई फुट पानी नीचे जा चुका है.
गांव से हो रही जल निकासी: इस बीच ग्रामीणों की मांग है कि अगर इसी रफ्तार से पानी निकलता रहा तो तकरीबन 2 महीने का समय लग सकता है. लिहाजा पंपसेट की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ 24 घंटे बिजली आपूर्ति जैवंत गांव को दी जाए, ताकि जल्द से जल्द खेतों से पानी निकासी हो सके.
पानी के बीच रहने को मजबूर ग्रामीण: दरअसल, हरियाणा के जैवंत और राजस्थान के घूसिंगाका गांव के तकरीबन 300-400 एकड़ जमीन में बरसात का पानी जमा रहता है. प्राकृतिक झीलों की तरह यह पूरा गांव पानी से लबालब भर जाता है. गांव के लोग पानी के बीच रहने को मजबूर हो जाते हैं. ऐसे में लोगों का जीवन नारकीय जैसा बना रहता है.लोगों को अपने घरों तक जाने के लिए ट्यूब में हवा भरकर इसका सहारा लेना पड़ रहा है. कुछ लोग तो अपने रिश्तेदारों के घर पानी से बचने के लिए पलायन कर जाते हैं. कई लोगों का मकान और पानी के टैंक इत्यादि को भी इससे नुकसान होता रहता है.
डीसी एसपी कर सकते हैं रात्रि ठहराव कार्यक्रम:जैवंत गांव में जलभराव की समस्या जब सुर्खियों में आई तो प्रशासन की ओर से जल को कम करने पर काम किया गया. ऐसे में जल्द ही इस गांव में डीसी-एसपी रात्रि ठहराव कार्यक्रम भी रख सकते हैं. मीडिया के सहयोग के साथ-साथ शासन-प्रशासन के सहयोग का ग्रामीणों ने आभार जताया है.