बिना डॉक्टर के नॉर्मल डिलीवरी , स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र का गजब अस्पताल - Manendragarh Government Hospital
Manendragarh Government Hospital छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की हालत क्या है,इसे किसी को बताने की जरुरत नहीं है.आज हम आपको ऐसे अस्पताल के दर्शन कराएंगे जहां स्त्री विशेषज्ञ डॉक्टर पिछले तीन साल से नहीं है.फिर भी हैरान करने वाली बात ये है कि इस अस्पताल का नर्सिंग स्टॉफ नॉर्मल डिलीवरी कराने में माहिर है.और हो भी क्यों ना अस्पताल स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र का ही है.
बिना डॉक्टर के नॉर्मल डिलीवरी (ETV Bharat Chhattisgarh)
बिना डॉक्टर के नॉर्मल डिलीवरी (ETV Bharat Chhattisgarh)
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर :छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के गृह जिला में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की हालत खस्ता है. जिला मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अप्रैल 2021 से स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं है. यहीं नहीं सोनोग्राफी मशीन होने के बाद भी आज तक अस्पताल प्रबंधन ने इसे चलाने के लिए किसी भी ऑपरेटर की खोज नहीं की.जिसके कारण ये मशीन भी अब पड़े-पड़े धूल खा रही है.कई बार सोनोग्राफी मशीन ऑपरेटर समेत स्त्री रोग विशेषज्ञ की मांग उठी,लेकिन वो पूरी नहीं हुई.
क्या है स्वास्थ्यमंत्री का कहना ?:स्वास्थ्य मंत्री से इस संबंध में जब जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि चुनाव से पहले तीन डॉक्टरों को अप्वाइंट किया गया था.जिनमें सर्जन,स्त्री रोग विशेषज्ञ और एनेस्थीसिया स्पेशलिस्ट है. लेकिन अभी किसी ने भी ज्वाइन नहीं किया.
''कुछ बॉण्ड रहता है राशि रहती है उसे जमा करना होता है. जो इन्होंने अभी तक जमा नहीं किया है. जानकारी के अनुसार जमा करने वाले हैं . बहुत जल्द ही डॉक्टर कमी पूरी होगी जो ग्रामीण क्षेत्र शहरी क्षेत्र में जो भी छोटे-बड़े समुदाय स्वास्थ्य केंद्र हैं. उसे पर डॉक्टरों की कमी है उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है. आने वाले समय में जो हॉस्पिटल है उसे बहुत अच्छी सुविधा मिलेगी.'' श्यामबिहारी जायसवाल, स्वास्थ्यमंत्री
बिना डॉक्टर के नॉर्मल डिलीवरी :कुछ दिनों पहले बॉण्ड के तहत महिला डॉक्टर की तैनाती अस्पताल में की गई थी.लेकिन डॉक्टर ने ज्वाइन नहीं किया. इसके बावजूद मनेन्द्रगढ़ के सरकारी अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. इस अस्पताल में जनवरी 2023 से जनवरी 2024 तक एक साल में तेरह सौ गर्भवती महिलाओं का नर्सिंग स्टाफ ने नॉर्मल डिलीवरी कराई है. अस्पताल के नर्सों और डॉक्टरों की मानें तो अगर महिला विशेषज्ञ डॉक्टर होती तो ये आंकड़ा और भी ज्यादा हो सकता था. नॉर्मल डिलीवरी के अलावा सिजेरियन ऑपरेशन के लिए नर्सिंग स्टाफ दूसरे अस्पताल में मरीजों को रेफर करता है,
डॉक्टर नहीं होने से बढ़ी परेशानी :विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने के कारण जिला मुख्यालय के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लोगों को ज्यादा पैसे खर्च कर प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है. जहां मनमानी फीस और दवाईयों का बोझ गरीब जनता पर पड़ता है.मनेंद्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी है. उनसे पूछे जाने पर मनेन्द्रगढ़ सरकारी अस्पताल में स्त्री रोग विशेज्ञ डॉक्टर की पदस्थापना जल्द करने की बात भी हुई है.बावजूद इसके अब तक डॉक्टर की ज्वाइनिंग नहीं हो सकी है.