रांची: मतदान के दौरान मतदान केंद्रों पर लंबी कतारों से आम लोगों को होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए चुनाव आयोग ने बड़ा कदम उठाया है. झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में आयोग की यह पहल रंग लाने वाली है. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में किए गए सर्वेक्षण के बाद बीआईटी मेसरा की शोध टीम द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट के आधार पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने मतदाता मतदान समय प्रबंधन पर काम करना शुरू कर दिया है.
इसके तहत मतदान केंद्र पर तैनात चुनाव कर्मियों की संख्या बढ़ाने के अलावा हर मतदाता को आयोग की ओर से टोकन मिलेगा. मतदान केंद्र पर बने हेल्प डेस्क के जरिए जैसे ही मतदाता ईआर सीरियल नंबर टोकन लेकर मतदान पदाधिकारी-1 के पास जाएगा, वहां बिना किसी देरी के उसकी पहचान हो जाएगी. आमतौर पर नाम खोजने में देरी होती थी, जिससे मतदान की गति कम हो जाती थी.
सुबह 5.30 बजे शुरू होगी मॉक पोल
इसके अलावा मतदान केंद्र पर मॉक पोल सुबह 5.30 बजे शुरू करने की तैयारी है, ताकि यह 6.45 बजे तक खत्म हो जाए. इसके अलावा आयोग 1200 से कम मतदाता वाले सभी मतदान केंद्रों पर चार अधिकारी सुनिश्चित करने की योजना बना रहा है. इसी तरह 1200 से अधिक मतदाता वाले बूथों पर पांच अधिकारी तैनात किए जाएंगे.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान कुछ मतदान केंद्रों पर देखा गया कि मतदान काफी धीमी गति से हुआ, ऐसे में मतदान का प्रतिशत भी स्वाभाविक रूप से कम रहा. समय प्रबंधन को लेकर प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहे हैं और इस संदर्भ में मतदाता से लेकर बीएलओ को भी प्रशिक्षित किया जाएगा.
इन विधानसभा क्षेत्रों में लगेगा बी.क्यू.एस सिस्टम
- शहरी क्षेत्रों में कम वोटर टर्न आउट को देखते हुए चुनाव आयोग ने यह कदम उठाया है.
- विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के 18 विधानसभा क्षेत्र में बीक्यूएस सिस्टम काम करेगा.
- जिन विधानसभा क्षेत्रों में BQS ऐप काम करेगा, उनमें देवघर, हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह, बेरमो, बोकारो, सिंदरी, निरसा, धनबाद, झरिया, घाटशिला, जुगसलाई, जमशेदपुर पूर्व, जमशेदपुर पश्चिम, रांची, हटिया, कांके और डाल्टनगंज शामिल हैं.