मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

झांसी-खजुराहो हाइवे पर कांवड़ियों की सेवा में जुटे सैफी खान, सुबह से शाम फ्री में देते हैं पानी की बॉटल - niwari saifi khan kanvad yatra

मध्यप्रदेश के निवाड़ी में सैफी खान सांप्रदायिक सद्भावना की मिसाल बने हुए हैं. सैफी खान सुबह से शाम तक हाइवे से निकलने वाले कावड़ियों को पानी की बॉटल वितरित कर रहे हैं. सैफी खान का कहना है कि धार्मिक कार्यों में लगे लोगों की सेवा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है.

niwari saifi khan kanvad yatra
हाइवे पर कांवड़ यात्रियों की जल सेवा (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 31, 2024, 5:10 PM IST

निवाड़ी।झांसी-खजुराहो हाइवे पर इन दिनों कावड़ियों के जत्थे के जत्थे निकल रहे हैं. उमस के दौरान कांवड़िए शीतल जल के लिए परेशान न हों, इसके मद्देनजर कुछ लोग कांवड़ियों की जल सेवा करते हैं. लेकिन हम बात कर रहे हैं एक मुस्लिम नौजवान की. ये मुस्लिम नौजवान सैफी खान हैं. वह आजकल अपन एक्टिवा और बैग में पानी की बॉटल्स लेकर निकलते हैं और हाइवे से गुजरने वाले कांवड़ियों को इसे वितरित करते हैं. इसके साथ ही वह कांवड़ियों के साथ 'बोल बम' के जयकारे भी लगाते हैं.

कांवड़ यात्रियों की जल सेवा करता मुस्लिम नौजवान (ETV BHARAT)

हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बना नौजवान

कांवड़ियों को सेवा करते हुए हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बनकर सैफी खान निवाड़ी जिले में चर्चा का विषय हैं. इन दिनों सोशल मीडिया पर उनके पानी वितरित करते हुए वीडियो भी वायरल हो रहे हैं. सैफी खान को हिंदू धर्म के प्रति इतनी आस्था कि जब वह कांवड़ियों को पानी की बोतल दे रहे होते हैं तो अपने पैर से चप्पल उतार लेते हैं और नंगे पैर बोतल देने कांवड़ियों के पास पहुंचते हैं.

ये खबरें भी पढ़ें...

जबलपुर की अनूठी कांवड़ यात्रा, भोलेनाथ की भक्ति के साथ पौधरोपण, वीरान पहाड़ी को किया जंगल में तब्दील

उज्जैन में श्रावण मास की पहली कांवड़ यात्रा, बैंडबाजे-भजन मंडलियों ने माहौल किया शिवमय

कांवड़ यात्रियों के लिए शुद्ध जल की व्यवस्था

इस मामले में सैफी खान ने बताया "इस भीषण उमस और गर्मी में कांवड़ लेकर आ रहे कांवरिया प्यासे होते हैं. इसके लिए हमने यहां से गुजर रहे कांवड़ यात्रियों के लिए शुद्ध पानी की व्यवस्था की है." बता दें कि सावन माह में भोलेनाथ की पूजा के लिए गांवों व शहरों के बच्चों से लेकर युवा व बूढे अपनी सामर्थ्य के अनुसार नदियों का जल कांवड़ में लाकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं. भोलेनाथ को जल अर्पित कर कांवड़िए जीवन की खुशहाली के लिए प्रार्थना करते हैं. ये कांवड़िए दिन-रात पैदल यात्रा कर अपने गंतव्य तक जाते हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details