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Delhi: नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी विकास यादव की फरलो तिहाड़ प्रशासन ने की रद्द, जानिए क्या रही वजह - NITISH KATARA MURDER CASE

-नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी विकास यादव की फरलो रिजेक्ट -विकास यादव का व्यवहार बनी वजह -2016 में हुई थी 25 साल कैद की सजा

विकास यादव की फरलो तिहाड़ प्रशासन ने की रद्द
विकास यादव की फरलो तिहाड़ प्रशासन ने की रद्द (SOURCE: ETV BHARAT)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Oct 29, 2024, 8:07 AM IST

नई दिल्ली: नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी तिहाड़ जेल में बंद विकास यादव की फरलो को जेल प्रशासन ने खारिज कर दिया है. फरलो (सजा पूरी होने से पहले कैदी को छोड़ना) जानकारी के मुताबिक जेल प्रशासन ने विकास यादव के व्यवहार को असंतोषजनक बताते हुए फरलो के अनुरोध को खारिज कर किया है. बता दें कि नीतीश कटारा हत्याकांड मामले में कोर्ट ने विकास यादव सहित दो अन्य दोषियों को वर्ष 2016 में 25 साल कैद की सजा सुनाई थी.

जेल प्रशासन के अनुसार फरलो के लिए कैदी का व्यवहार अच्छा होना चाहिए. जेल में रहने के दौरान कैदी को लगातार जेल के नियमों का पालन करना होता है. लेकिन, विकास ने कई बार जेल के नियमों को तोड़ा है जिसके लिए जेल प्रशासन ने उसे सजा भी दी है. जानकारी के अनुसार फरलो उस कैदी को ही दी जाती है, जिसे किसी मामले में 5 साल से अधिक की सजा हुई हो और उसने बेदाग तरीके से 3 साल की सजा काट ली हो. ऐसे कैदी को फरलो (सजा पूरी होने से पहले छोड़ना) दी जाती है.

बता दें कि 17 फरवरी 2002 को दिल्ली में एक शादी समारोह से ले जाकर नीतीश कटारा की हत्या कर दी गई थी. नीतीश का बाहुबली नेता डीपी यादव की बेटी भारती यादव के साथ प्रेम संबंध था. भारती के भाई विकास यादव ने अपने चचेरे भाई विशाल यादव और सुखदेव पहलवान के साथ मिलकर नीतीश की हत्या की थी.

उस समय डीपी यादव की बेटी भारती यादव गाजियाबाद के एक मैनेजमेंज इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रही थी. इसी इंस्टीट्यूट में पढ़ाई करते हुए भारती की मुलाकात नितीश कटारा से हुई. फिर दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया था और वो शादी करना चाहते थे. लेकिन डीपी यादव के बेटे विकास यादव इस प्रेम संबंध नाराज था इसकी वजह से उसने नीतीश कटारा की हत्या कर दी. इस हत्याकांड में नीतीश कटारा को न्याय दिलाने के लिए उसकी मां नीलम कटारा ने लंबी लड़ाई लड़ी. उनको तमाम धमकियां दी गई और कई बार हमले की भी कोशिश हुई. लेकिन, वह अपने बेटे को इंसाफ दिलाने को लेकर लड़ती रहीं और अंत में कोर्ट से उन्हें जीत मिली. वह अपने बेटे की हत्या के दोषियों को सजा दिलाने में सफल हुईं. वही हत्याकांड के बाद भारती यादव को विदेश भेज दिया गया था और उसके बाद से आज तक भारती यादव कभी वापस भारत नहीं आई.

नीतीश कटारा हत्याकांड के बाद डीपी यादव का राजनीतिक रसूख भी काफी कम हो गया था और उन्हें कई चुनाव में हार का भी सामना करना पड़ा. इस हत्याकांड के बाद एक बार ही डीपी यादव और उनकी पत्नी विधायक का चुनाव जीतने में सफल हुए हैं.

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