लखनऊ : सरकारी अस्पतालों और मोर्चरी में शवों को अब खुले में नहीं बल्कि डीप फ्रीजर में रखा जाएगा. पहले चरण में 21 जिलों में 45 फ्रीजर खरीदने के लिए राज्य सरकार ने हाल ही में बजट जारी किया है. स्वास्थ्य विभाग की विशेष सचिव अर्चना वर्मा ने बताया कि इसके लिए राजधानी के चार अस्पतालों में शवों को रखने के लिए कुल नौ डीप फ्रीजर खरीदे जाएंगे. एक डीप फ्रीजर में करीब चार शवों को रखा जा सकता है. स्वास्थ्य विभाग की विशेष सचिव अर्चना वर्मा ने बताया कि एक शव रखने वाले छोटे डीप फ्रीजर की कीमत डेढ़ लाख तय करते हुए कुल एक करोड़ 36 लाख 85 हजार रुपये का बजट जारी किया गया है.
बलरामपुर अस्पताल में 8 और बरेली में 12 शव रखने के लिए मिलेंगे फ्रीजर : उन्होंने बताया कि बलरामपुर अस्पताल को सबसे बड़ा रेफरल मंडलीय अस्पताल होने के चलते दो-दो शव रखने वाले चार फ्रीजर उपलब्ध कराएं जाएंगे. सिविल अस्पताल और लोकबन्धु अस्पताल को दो शव वाले दो-दो, आलमबाग के 50 बेड के संयुक्त चिकित्सालय को एक छोटा फ्रीजर मिलेगा. इसके अलावा बरेली में एक में चार शव रखने की सुविधा वाले तीन फ्रीजर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को उपलब्ध कराए जाएंगे यानि बरेली में एक साथ 12 शव फ्रीजर में रखने की सुविधा होगी. इसी तरह मुरादाबाद, मथुरा व बुलंदशहर में चार फ्रीजर खरीदने को बजट दिया गया है.
छोटा फ्रीजर डेढ़ लाख रुपए, बड़ा तीन लाख 85 हजार का :उन्होंने कहा किएक शव रखने वाले डीप फ्रीजर का अधिकतम मूल्य डेढ़ लाख निधारित किया गया है. दो शव वाला फ्रीजर तीन लाख और चार शव वाले बड़े फ्रीजर की कीमत तीन लाख 85 हजार तय की गई है. लावारिस केस में पोस्टमॉर्टम के बाद भी पहचान के लिए शवों को 48 घंटे तक मर्चरी में रखा जाता है. ऐसे में शवों से बदबू आने लगती है.