अयोध्या: मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की लिस्ट अब फाइनल हो गई है. मिल्कीपुर के रण में अब भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी सहित 10 प्रत्याशी मैदान में हैं. जिनके भाग्य का फैसला 5 फरवरी को जनता करेगी. इस सीट को जीतने के लिए भाजपा और सपा के धुरंधर मैदान में उतर चुके हैं और मतदाताओं को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा एक तरफ लोकसभा में अयोध्या सीट हार का बदला लेने के लिए रणनीति बना रही है, वहीं सपा फिर से अपनी साइकिल दौड़ाना चाहती है.
मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर 14 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन किया था. चार प्रत्याशियों के नामांकन पत्र में कमियां होने के कारण खारिज कर दिया गया है. अब 10 प्रत्याशी मैदान में है. चुनाव आयोग के मुताबिक, सपा से अजीत प्रसाद, भाजपा से चंद्रभानु पासवान, आजाद समाज पार्टी से संतोष कुमार, भारत उत्कर्ष पार्टी से पियारे, राष्ट्रीय जानवादी पार्टी से सुनीता, निर्दलीय वेद प्रकाश, अरविन्द कुमार, कंचनलता, भोलानाथ, बाबू राम, जीतेन्द्र कुमार के नामांकन सही पाए गए हैं. चुनाव अधिकारी के मुताबिक 14 प्रत्याशियों द्वारा 22 सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया गया था. जांच के बाद 4 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र अवैध पाए गए.
चुनाव आयोग के मुताबिक मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 340820 हैं. जिसमें पुरुष 182430 और महिला मतदाता 158381 है. जातीय समीकरण के अनुसार, ब्राह्मण समाज के 60 हजार, यादव 55 हजार, पासी 55 हजार, मुस्लिम 30 हजार, ठाकुर 25 हजार, दलित 25 हजार, कोरी 20 हजार, चौरसिया 18 हजार, वैश्य 12 हजार, पाल 7 हजार, मौर्या 5 हजार और अन्य 28 हजार मतदाता हैं.
बता दें कि मिल्कीपुर से समाजवादी पार्टी से अवधेश प्रसाद 2022 विधानसभा चुनाव में विधायक चुने गए थे. इसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 में अवधेश प्रसाद अयोध्या से सांसद निर्वाचित हो गए हैं. इसके बाद से यह सीट खाली हो गई थी. दो महीने पहले हुए उपचुनाव में एक याचिका के कारण यहां चुनाव नहीं हो सका था. अब अवधेश प्रसाद के बेटे को सपा ने उम्मीदवार बनाया है.