कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को टीचर्स ट्रेनिंग एजुकेशन के लिए 4 वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) के लिए राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल कॉमन एंट्रेंस टेस्ट (एनसीईटी 2024) का आयोजन बुधवार को देश भर में करना था, लेकिन कोटा समेत कई सेंटर पर यह परीक्षा रद्द कर दी गई है. इसका कारण सर्वर में तकनीकी खामी होना सामने आ रहा है. यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड पर आयोजित होनी थी.
वर्तमान में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नीट यूजी परीक्षा को लेकर विवाद पहले ही चल रहा है, जिसमें सड़क से लेकर सोशल मीडिया और न्यायालय तक भी बात पहुंची है. इसमें पूरी तरह से निशाने पर एनटीए है. निजी कोचिंग संस्थान के एक्जाम एक्सपर्ट व कॅरियर काउंसलर कमल सिंह चौहान का कहना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने अभी इसकी अगली तारीख की घोषणा नहीं की है, लेकिन अचानक से पेपर रद्द हो जाना सभी कैंडिडेट के लिए आश्चर्यचकित जैसा है. एनटीए इतनी बड़ी एजेंसी होने के बावजूद भी इस तरह से पेपर की ठीक से तैयारी नहीं कर पाना एजेंसी की कार्य प्रणाली पर संदेह व्यक्त करता है.
कोटा में 200 कैंडिडेट थे रजिस्टर्ड, लौटना पड़ा बैरंग : कोटा में भी 200 विद्यार्थियों के लिए रानपुर स्थित गुरुकुल इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के आयोजित था. यह पेपर पूरी तरह से ऑनलाइन कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) मोड पर आयोजित होना था. गुरुकुल इंस्टिट्यूट के एडमिशन हेड सोमदीप राठौर का कहना है कि परीक्षा रद्द कर दी गई है. सर्वर में समस्या आई थी. अब यह परीक्षा आगे कब होगी? इस संबंध में जानकारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ही दे सकती है.
4 घंटे बैठे रहे एग्जाम सेंटर पर : एनसीईटी एग्जाम का समय दोपहर 2:00 से 5:00 था. एग्जाम देने वाले कैंडिडेट्स को 1:00 बजे तक एंट्री मिली थी, लेकिन काफी समय तक सर्वर नहीं चलने पर उन्हें परीक्षा केंद्र में ही बैठा रहना पड़ा. इन सभी कैंडिडेट्स को 5:00 बजे बाहर वापस भेजा गया. ऐसे में बिना एग्जाम दिए 4 घंटे परीक्षा केंद्र में भी यह बैठे रहे हैं.
स्टूडेंट बोले- दोबारा आने का किराया खर्चा कौन देगा ? : दूसरी तरफ बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर एनसीईटी 2024 एग्जाम को लेकर एनटीए से सवाल जवाब भी शुरू कर दिए हैं. दूसरी तरफ एग्जाम सेंटर पर पहुंचे हुए कैंडिडेट भी दूसरे शहरों से आए थे. ऐसे में उनका किराया खर्च के अलावा रुकने की व्यवस्था भी उन्होंने की होगी. यह सब व्यर्थ गया है. अब इतना ही सब कुछ उन्हें दोबारा आने पर करना होगा.