नालंदा:बिहार के नालंदा में शौचालय टंकी सेशव बरामदहुआ है. मृतक की पहचान जिले के चिकसौरा थाना क्षेत्र के दामोदर गांव निवासी सत्येंद्र प्रसाद के 40 वर्षीय पुत्र संतोष कुमार के तौर पर की गई है. परिजनों के मुताबिक 15 सितंबर की रात को इस वारदात को अंजाम दिया गया है. वहीं, हिलसा थाना पुलिस ने 17 सितंबर को मामला दर्ज कर जब छानबीन शुरू की तो टंकी से उसकी लाश मिली.
जहां रात को रुका. वहीं हुआ मर्डर:घटना के संबंध में मृतक के भाई राकेश पटेल ने बताया कि मृतक संतोष कुमार डेकोरेशन का दुकान चलाता था. 15 सितंबर को मरांची गांव निवासी बिक्कू चौधरी डेकोरेशन का साटाकर अपने साथ संतोष और उसके बेटे रोहित कुमार को हिलसा के इन्दौत गांव स्थित जगलाल चौधरी के घर ले गए थे. जहां रात अधिक हो जाने के बाद रुकने को बोला. रात में ही रोहित के पिता की बेरहमी से हत्या कर उसके शव को घर के शौचालय की टंकी में दफना दिया.
मृतक के बेटे का गला घोंटा: वहीं, जब तड़के सुबह रोहित की नींद खुली तो उसने पिता को पास में नहीं देखा. उसके बाद उसने आरोपी विक्कू से पिता के बारे में पूछा लेकिन उसने ठीक से जवाब नहीं दिया. शक होने पर वह लगातार इस बारे में पूछता रहा. जिस वजह से गुस्से में आकर आरोपी ने उसे भी खेत में ले जाकर बेरहमी से मारा. उसका गला घोंट दिया और मार हुआ समझकर नग्न अवस्था में उसे खेत में ही छोड़ दिया.
आरोपी ने जुर्म कबूला: जब रोहित कुमार को कुछ देर बाद होश आया तो वो वहां से भाग निकला और राहगीरों की मदद से घर पहुंचकर घटना की जानकारी परिवार के लोगों को दी. परिजनों ने संतोष की खोजबीन शुरू की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. आखिरकार संतोष की पत्नी सुजाता देवी ने 17 सितंबर को हिलसा थाने में लिखित आवेदन दिया. जिसके बाद हिलसा पुलिस ने साटा बुक करने वाले विक्कू को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने सब कुछ बता दिया.
"रात को 9 बजे साटा बुक करने के लिए संतोष अपने बेटे के साथ मरांची गांव गया था. वहीं पर रात होने के कारण खाना खाकर सो गया. सुबह भतीजा हमको फोन किया कि पापा नहीं मिल रहे हैं. साटा करने वाला भी ठीक से कुछ नहीं बताया. ज्यादा बोलने पर उसे भी पापा से मिलाने के बहाने झाड़ी में ले गया और गला दबा दिया. कपड़ा भी खोल दिया. मरा हुआ समझकर उसे छोड़कर भाग गया. किसी तरह वह घर पहुंचा."- राकेश पटेल, मृतक संतोष कुमार का भाई