जयपुर: पिंक सिटी जयपुर 5 वाइल्डलाइफ सफारी वाला देश का पहला शहर बन गया है. जयपुर चिड़ियाघर के डीएफओ जगदीश गुप्ता के मुताबिक जयपुर 5 वाइल्डलाइफ सफारी वाला शहर बन गया है. शहर में पहले झालाना लेपर्ड सफारी, आमागढ़ लेपर्ड सफारी, एलिफेंट सफारी, लायन सफारी संचालित हो रही थी, लेकिन अब टाइगर सफारी की भी शुरुआत हो गई है. ऐसे में जयपुर देश का ऐसा शहर बन गया है, जहां पर पांच वाइल्डलाइफ सफारी है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को नाहरगढ़ टाइगर सफारी का लोकार्पण किया. अब पर्यटक खुले जंगल में टाइगर देख सकेंगे.
टाइगर सफारी का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क और टाइगर सफारी का विजिट किया. बंद गाड़ियों में बैठकर पर्यटक खुले में टाइगर देख सकेंगे. टाइगर सफारी के लिए टिकट चार्ज 200 रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है. इस मौके पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने टाइगर के दो शावकों का नामकरण भी किया. एक नर शावक का नाम भीम रखा और फीमेल शावक का नाम स्कंद माता के नाम पर स्कंधा रखा है.
किसने क्या कहा, सुनिए... (ETV Bharat Jaipur) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि नवरात्र में सोमवार को स्कंद माता का दिन है. स्कंद माता के नाम पर फीमेल शावक का नाम स्कंदा रखा है. वहीं, दूसरा नर शावक काफी हृष्ट- पुष्ट है. इसलिए उसका नाम भीम रखा है. नवरात्र में यह कार्यक्रम हुआ है और जो नवरात्र में कार्यक्रम होता है उसे अति शुभ माना जाता है. टाइगर सफारी शुरू होने से पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलेगा. वन मंत्री संजय शर्मा और यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा भी मुख्यमंत्री के साथ मौजूद रहे.
वन विभाग के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पीके उपाध्याय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने टाइगर सफारी का शुभारंभ किया है. टाइगर सफारी में अभी तीन टाइगर हैं. एक मेल और दो फीमेल टाइगर हैं. टाइगर सफारी का टिकट लायन सफारी की तरह ही 200 रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है. बंद गाड़ियों में पर्यटक बैठकर खुले में टाइगर देख सकेंगे. 30 हेक्टेयर में टाइगर सफारी तैयार की गई है. कई बार लोगों की शिकायत होती है कि रणथंबोर और सरिस्का में टाइगर नहीं दिखा, उन लोगों की जिज्ञासा यहां आकर पूरी हो सकती है. करीब 4.5 करोड रुपये की लागत से टाइगर सफारी तैयार की गई है.
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वन मंत्री संजय शर्मा ने कहा कि नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में पहले लाइन सफारी चल रही थी. अब टाइगर सफारी की शुरुआत हो गई है. टाइगर सफारी में एक नर बाघ और दो मादा बाघ छोड़े गए हैं. नाहरगढ़ काफी सुंदर जंगल है. यहां पर लोगों को प्राकृतिक आवास में वन्यजीव देखने का मौका मिलता है. जंगल में वन्यजीव पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
उदयपुर में आदमखोर पैंथर के आतंक को लेकर वन मंत्री ने कहा कि पैंथर कई लोगों पर हमला कर चुका है. वन विभाग की टीम पैंथर को पकड़ने का प्रयास कर रही है. वन विभाग की ओर से सूट एंड साइट का आदेश दिया जा चुका है. हालांकि, अभी तक वन विभाग की टीम को सफलता नहीं मिली है. वन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. पुलिस प्रशासन और स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया जा रहा है. पहले प्रयास किया जाएगा कि पैंथर को जीवित पकड़ा जाए और अगर आवश्यकता हुई तो शूट भी किया जाएगा.