श्रीनगर: गढ़वाल केंद्रीय विवि को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ने ए ग्रेड दिया है. हाल ही में नैक की टीम ने गढ़वाल विवि का दौरा किया था. नैक ने विवि के तृतीय मूल्यांकन चक्र (वर्ष 2017-22) की अवधि के लिए ग्रेडिंग मूल्यांकन प्रक्रिया की. जिसके तहत गठित नैक पियर टीम ने 6 से 8 जून तक विवि के परिसरों का स्थलीय निरीक्षण किया गया. इसके आधार पर विवि को ए ग्रेड के रूप में मान्यता दी गई है. नैक टीम ने पूर्व छात्र संस्था तथा कैंपस प्लेसमेंट को अधिक प्रभावी बनाए जाने के सुझाव दिए.
गढ़वाल केन्द्रीय विवि के लिए खुशखबरी, नैक की टीम ने दिया ए ग्रेड - Good news for Garhwal University
Good news for Garhwal University,Garhwal Central University A grade गढ़वाल केन्द्रीय विवि के खुशखबरी है. नैक की टीम ने गढ़वाल केन्द्रीय विवि को ए ग्रेड दिया है. साथ ही नैक टीम ने कैंपस प्लेसमेंट को अधिक प्रभावी बनाए जाने के सुझाव भी दिए हैं.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Jun 23, 2024, 9:26 PM IST
|Updated : Jun 23, 2024, 9:55 PM IST
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के श्रीनगर, पौड़ी, टिहरी परिसरों के विभिन्न विभागों और कार्यालयों में कार्यों की प्रगति के साथ ही कुशल प्रबंधन और विवि के आधारभूत ढांचे को नेक की मूल्यांकन टीम के सदस्यों से भरपूर सराहना मिली. नैक मूल्यांकन में गढ़वाल केंद्रीय विवि को ए ग्रेड मिलने पर विवि के अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. महावीर सिंह नेगी के साथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. राकेश डोडी ने खुशी जताई है. गढ़वाल विवि को ए ग्रेड मिलने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए कुलसचिव ने कहा कुलपति प्रो. अन्नपूर्णा नौटियाल के अथक प्रयासों और पहल के कारण ही गढ़वाल केंद्रीय विवि की पहचान अब विभिन्न देशों के नामचीन विश्वविद्यालयों में हो रही है.उन्होंने बताया विश्वविद्यालय द्वारा ई गवर्नेस को लेकर किए जा रहे कार्यों और प्रयासों के साथ केंद्रीयकृत समर्थ ईआरपी पोर्टल के विभिन्न माड्यूल के प्रभावी क्रियान्वयन की भी नैक टीम ने भरपूर सराहना की.
वहीं, इसके उलट गढ़वाल विवि के छात्र संघ अध्यक्ष सुधांसू थपलियाल ने कहा भले ही विवि को ए ग्रेड दिया गया हो, लेकिन, विवि का स्कोर इस बार कम हुआ है. जिससे विवि की रैकिंग में गिरावट आई है. उन्होंने कहा विवि में इंफ्रास्ट्रक्चर तो बढ़ा है लेकिन छात्रों के लिए उपयोगी शैक्षणिक गतिविधियों में बदलाव नहीं हुए हैं. एकेडमिक गिरावट के कारण की स्कोर कम हुआ है. जिस पर विवि को कार्य करने की बहुत जरूरत है.