नई दिल्ली: आम धारणा के विपरीत कि इस्लाम में अंगदान निषिद्ध है. वर्ल्ड ऑर्गेनाइजेशन ऑफ रिलिजन एंड नॉलेज (वर्क) इस भ्रांति को तोड़ने के लिए एक अनोखी पहल कर रहा है. वर्क ने 400 से अधिक लोगों को अंगदान के संकल्प के लिए एक मंच पर लाया है, जिनमें बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल है. वर्क के अध्यक्ष सैयद अब्दुल्लाह तारिक़ ने नई दिल्ली के प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि अंगदान समाज में इस जीवन-रक्षक कार्य की व्यापक समझ और स्वीकृति को बढ़ावा देता है. इस अवसर पर वर्क 36 उत्कृष्ट एनजीओ और व्यक्तियों को समाज और मानवता के प्रति उनके अद्वितीय योगदान के लिए सम्मानित करेगा, जो समाज और मानवता के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं.
वर्क की केंद्रीय सचिव और वर्क महिला विंग की अध्यक्ष सुमू तारिक ने बताया कि वर्क बिना किसी सरकारी या बाहरी वित्तीय सहायता के पूरी तरह से स्व-निधि से काम करता है. संगठन के सभी कार्यों के लिए वर्क के समर्पित स्वयंसेवक, जिन्हें 'वर्कर' कहा जाता है, मिलकर अपने संसाधन जुटाते हैं. यह आत्मनिर्भरता और सामूहिक प्रयास का अनोखा मॉडल है, वर्क के उस मिशन को दर्शाता है. जिसमें समाज की सेवा को ईमानदारी और स्वतंत्रता के साथ निभाया जाता है.