कैथल :मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का हरियाणा के कैथल जिले से कनेक्शन सामने आया है. हाल ही में मुंबई पुलिस ने कैथल से कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था. अब इम मामले में मुंबई पुलिस ने एक और गिरफ्तारी की है. जिले के गांव बात्ता से 29 वर्षीय आरोपी अमित को पुलिस उसके घर से गिरफ्तार कर मुंबई ले गई.
अमित की गिरफ्तारी के बाद परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है. अमित की मां ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि उसने आरोपी जासीन अख्तर को खाना खिलाया था और उसकी फोटो उसके साथ मिली थी. बस इसी कसूर के कारण मुंबई पुलिस ने उसे दबोच लिया, जबकि वो निर्दोष है. पूछने पर पुलिस ने हमें बताया है कि अमित के मोबाइल में एक आरोपी की फोटो मिली है. जिससे वो संदेह के घेरे में आया है, जबकि अमित का इससे कोई लेना-देना नहीं है. बता दें कि आरोपी अमित का मोबाइल भी मुंबई पुलिस साथ में ले गई है.
ये है आरोपी की कुंडली :आरोपी अमित की उम्र 29 साल है. उसकी शिक्षा हायर सेकेंडरी तक है. वह एक शराब के ठेके पर काम करता है, जबकि उसके माता-पिता मजदूरी का काम करते हैं.
कैथल से जुड़े हत्या के तार :मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी हत्या मामले में जांच के लिए मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने कैथल में डेरा डाला था. दो इंस्पेक्टरों के नेतृत्व में 15 पुलिसकर्मियों की टीम ने उन लोगों से पूछताछ की थी, जो नरड़ निवासी गुरमेल बलजीत सिंह के संपर्क में थे. सामने आया है कि मोहम्मद जाशीन अख्तर वारदात से पहले करीब डेढ़ महीने कैथल में रहा था. इस दौरान उसने कई ठिकाने बदले. इसके बाद गुरमेल के साथ मुंबई गया था. इसी जाशीन के साथ आरोपी अमित की फोटो मिली है.
बता दें कि हाल ही में मुंबई के बांद्रा में तीन युवकों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जिसकी जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली थी.
कैथल का रहने वाला है आरोपी गुरमेल: पुलिस ने मामले में जिन हमलावरों को गिरफ्तार किया है. उनमें एक आरोपी हरियाणा के कैथल जिले का रहने वाला है. मुंबई पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपियों ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताया है. कैथल जिले के नरड़ गांव का रहने वाले गुरमेल बलजीत सिंह की उम्र 23 साल है.
जेल में ही लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया बलजीत: बताया जा रहा है कि आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी, वो तीनों डेढ़ से दो महीने से मुंबई में थे और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी पर नजर रख रहे थे. आरोपी गुरमेल बलजीत सिंह के माता-पिता की मौत हो चुकी है. गांव में बलजीत की दादी रहती है.