गोपालगंजः बिहार के समस्तीपुर लोकसभा की तरह गोपालगंज भी हॉट सीट बन गया है. यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता के बेटे को वीआईपी ने टिकट दिया है जो एनडीए (जदयू) के प्रत्याशी डॉ आलोक कुमार सुमन को चुनौती देंगे. गोपालगंज में छठ चरण में 25 मई को वोटिंग होनी है. इसको लेकर दोनों गठबंधन पूरी जोर लगाए हुए हैं. इसबार एनडीए के घटक दल जदयू और महागठबंधन के वीआईपी के प्रत्याशी के बीच कांटे की टक्कर होगी.
एनडीए VS महागठबंधनः दरअसल, गोपालगंज लोकसभा सीट काफी हाई प्रोफाइल सीट रहा है. यह सीट राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व उपमुख्यमंत्री राबड़ी देवी और तेजश्वी यादव का गृह जिला है. कभी इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था लेकिन धीरे-धीरे इस सीट पर राजद और भाजपा ने अपनी पैठ बनाई. इसके पूर्व 2019 में एनडीए और राजद के बीच जबदस्त मुकाबला देखने को मिला.
2019 में एनडीए को मिली थी जीतः यहां से एनडीए प्रत्याशी डॉ आलोक कुमार सुमन की जीत हुई जबकि राजद दूसरे नंबर पर थी. पहली बार इस सीट को अपने कोटे से राजद ने महागठबंधन समर्थित पार्टी वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) को दे दिया. अब वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता ई. सुदामा मांझी के बेटे प्रेमनाथ चंचल को प्रत्याशी बनाकर एनडीए को चुनौती दी है.
कौन हैं प्रेमनाथ चंचल?महागठबंधन के उम्मीदवार जिले के थावे प्रखंड के बेदु टोला निवासी भाजपा नेता ई. सुदामा मांझी के बेटा प्रेमनाथ चंचल उर्फ चंचल पासवान है. जिन्हें वीआईपी के प्रदेश अध्यक्ष बाल गोबिंद बिंद ने मंगलवार की रात गोपालगंज की सुरक्षित संसदीय सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किया.
बिजनेसमैन हैं प्रेमनाथ चंचलः प्रेमनाथ चंचल पेशे से एक सफल बिजनेसमैन हैं और उनकी हथुआ बाजार, लाइन बाजार और थावे प्रखंड में ईडन गैस की एजेंसी है. सुदामा एंड सन्स ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की कंपनी है. 36 वर्षीय प्रेम नाथ चंचल ने जेपी युनिवर्सिटी से केमेस्ट्री से MSc की है. पिता के साथ सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं.