विधानसभा का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियों को रोका, पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस का किया इस्तेमाल - mp congress leaders arrested
MP Youth Congress Gherao Assembly: एमपी की राजधानी भोपाल में मंगलवार को यूथ कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया. विधानसभा का घेराव करने पहुंची कांग्रेसियों को रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. इतने पर भी जब वे नहीं रुके तो उन्हें गिरफ्तार किया गया.
विधानसभा का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियों को रोका
विधानसभा का घेराव करने पहुंचे कांग्रेसियों को रोका
भोपाल।मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस ने मंगलवार को विधानसभा का घेराव करने पहुंचे. जहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से थोड़ी दूर बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग कर कांग्रेस नेताओं को रोक लिया गया. इतना ही नहीं उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने वाटर कैनिंग यानि की पानी की बौछारें भी छोड़ी. इसके बाद भी कांग्रेसी रुके नहीं आगे बढ़ते रहे. बता दें कांग्रेस बेरोजगारी और सरकार की वादाखिलाफी को लेकर विधानसभा घेराव करने पहुंचे.
पुलिस ने कांग्रेसियों पर छोड़ा वाटर कैनन
दिल्ली में किसान तो भोपाल में यूथ कांग्रेस का बड़ा प्रदर्शन देखने को मिला. यूथ कांग्रेस ने विधानसभा घेराव कर सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की. कांग्रेस ने बढ़ती बेरोजगारी, अपराध, महिला असुरक्षा और सरकार की वादा खिलाफी को लेकर विधानसभा घेराव कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी के नेतृत्व में घेराव करने पहुंचे थे. कई नेता पानी की बौछार में भीगते नजर आए.
मोहन सरकार पर भड़के कांग्रेस नेता
जब वाटर कैनिंग से भी कांग्रेसी नहीं रुके तो पुलिस ने आंसू गैस छोड़े. इस दौरान ईटीवी भारत से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि 'बीजेपी सरकार में सिर्फ बातें हो रही है. बेरोजगारों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सरकारें उन्हें रोजगार नहीं दे पा रही है.' वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि 'बीजेपी ने 2 लाख रोजगार देने का वादा किया था, वो तो दिया नहीं, लेकिन ऑनलाइन जुए के कारोबार को लीगल कर दिया. उन्होंने कहा कि जुए-सट्टे की इस सरकार का विरोध.
साथ ही उन्होंने कहा कि इस सरकार को शर्म आनी चाहिए, इन्होंने अपने वचन पत्र को गीता और रामायण बताया, उस वचन पत्र के जरिए ये ऑनलाइन जुआ और सट्टा गेमिंग से बच्चों को जोड़ रहे हैं. मोहन सरकार का यह काला कारनामा जनता देख रही है. वहीं किसानों की मांग पर उन्होंने कहा कि एमएसपी पर एक शब्द बजट में नहीं कहा गया. एमपी में किसानों को बिना बताए गिरफ्तार किया जा रहा है. क्या यह इस सरकार का अच्छा दिन था और यह पीएम मोदी की गारंटी थी.