पटना:पूर्णिया के सांसद पप्पू यादवने बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौत के लिए सरकार की नीति को जिम्मेदार ठहराया है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने सरकार से सवाल पूछा है कि हर वर्ष जहरीली शराब से मौत हो रही है, लेकिन इस मौत के लिए कितने लोगों को अब तक सजा मिली है? ईटीवी भारत के सवाल और उसपर पप्पू यादव के जवाब, विस्तार से जानें
सवाल: बिहार में 8 वर्षों से पूर्ण शराबबंदी है, लेकिन बिहार में हर वर्ष कहीं ना कहीं जहरीली शराब से मौत का मामला सामने आता है. आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार है?
पप्पू यादव: बिहार में जहरीली शराब को रोकने की औकात किसी की नहीं है. पहले भी जब अंग्रेजी शराब की बिक्री होती थी, उस समय भी जहरीली शराब से लोगों की मौत होती थी. तमिलनाडु और केरल में जहरीली शराब बेचने और बिकवाने वाले को मौत की सजा का प्रावधान है. जिस इलाके में जहरीली शराब बिकती है, वहां के थानेदार की नौकरी चली जाती है. जिले के डीएसपी और SP पर इंक्वारी बैठती है. जब तक दोष मुक्त नहीं हो जाते तब तक उनकी पोस्टिंग नहीं हो पाती है. जब वहां कानून बन सकती है तो फिर बिहार में कानून क्यों नहीं बन रही है.
सत्ता पक्ष और विपक्ष से पप्पू यादव ने सवाल पूछा कि बिहार में जहरीली शराब आखिर आती कहां से है, कौन बनवाता है और कौन बेच रहा है. बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. फिर भी कितने एक्साइज विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई हुई. बिहार में शराबबंदी मात्र मजाक बनकर रह गई है. कोई कहता है कि शराब पियोगे तो मरोगे, लेकिन बिहार में कौन ऐसा अधिकारी है जो शराब नहीं पी रहा है. अब तो बिहार में ड्रग्स का भी प्रचलन बढ़ गया है.
सवाल: क्याशराब नीति की पॉलिसी में बदलाव की जरूरत है?
पप्पू यादव:अब बिहार में शराब नीति को लेकर पॉलिसी में बदलाव की जरूरत है. सरकारी स्तर पर अंग्रेजी शराब की बिक्री हो और 70% उस पर टैक्स लगा दिया जाए. ताकि गरीब लोगों की पहुंच से यह दूर रहे. 30 वर्ष से कम उम्र के लोगों को शराब नहीं मिले. जहरीली शराब के लिए और कड़े कानून बनाने की जरूरत है, ताकि गरीबों की जान बच सके.
सवाल:बिहार में शराबबंदी को लेकर सियासत हो रही है?
पप्पू यादव: बिहार में जहरीली शराब से मौत हो रही है तो विपक्ष के नेता राजनीति कर रहे हैं. जब वह सत्ता पक्ष में थे तब गोपालगंज और छपरा में जहरीली शराब से मौत हुई थी. उस समय वह क्यों नहीं बोले. जब भी बिहार में आपदा आती है तो सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग गायब हो जाते हैं. बिहार में कौन नहीं शराब पी रहा, कितने अधिकारियों पर अब तक कार्रवाई हुई है, कितने लोगों को सजा हुई है.
सवाल: शराबबंदी कानून को खत्म करने की बात प्रशांत किशोर ने की थी.
पप्पू यादव:यह सिर्फ ढकोसला ही है. पप्पू यादव ने कहा कि नीतीश कुमार की शराबबंदी की नियत खराब नहीं है. नीतीश कुमार ने अपने लोगों को शराब सेवन नहीं करने के लिए शपथ भी दिलवाया था, लेकिन कौन ऐसे नेता है जो शराब नहीं पी रहे हैं. सब मंत्री शराब पीते हैं.
सवाल: सीमांचल की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है. गिरिराज सिंह सीमांचल में हिंदू स्वाभिमान यात्रा पर निकले हैं?