भोपाल।मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल गठन और विभागों के बंटवारे के डेढ़ माह बाद भी मंत्रियों को बंगले नहीं मिल सके हैं. मंत्रियों को जो बंगले आवंटित हुए, उनमें से अधिकांश खाली नहीं हो सके. मंत्रियों के आवास को लेकर आ रही परेशानियों को देखते हुए राज्य सरकार ने चार मंत्रियों की समिति गठित कर दी है. यह समिति अब इस मामले को देखेगी कि आखिर मंत्रियों को बंगले क्यों नहीं मिल पा रहे हैं. उधर, मंत्रियों को विभागों का बंटवारा तो हो गया, लेकिन अब तक मंत्रियों को जिलों का प्रभार भी नहीं सौंपा गया है.
समिति में ये मंत्री शामिल
मंत्रियों को बंगलों के मिलने में आ रही परेशानियों का निराकरण निकालने के लिए नगरीय विकास एवं आवास कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह और जनजातीय कार्य परिसंपत्ति प्रबंधन और भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास मंत्री विजय शाह को समिति में रखा गया है. समिति में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव समन्वयक होंगे. दरअसल, बंगलों में टिके पूर्व विधायक, पूर्व मंत्रियों को खाली करने के लिए पूर्व में ही कहा जा चुका है, लेकिन बंगला खाली न होने के चलते गृह विभाग और मुख्यमंत्री सचिवालय को सूची सौंपी गई थी. उधर, कई मंत्रियों को बंगले आवंटित कर दिए गए हैं, लेकिन पार्टी के सीनियर नेताओं से सरकार बंगले खाली नहीं करा सकी है. पार्टी के सीनियर विधायकों ने विधायक विश्राम गृह में आवास लेने से इंकार कर दिया है और स्वतंत्र बंगले की मांग की है, इससे समस्या और बढ़ गई है.