सतना।जिले के 15 मजदूर को संविदाकार द्वारा मिर्ची तोड़ने की मजदूरी को लेकर तेलंगाना ले जाया गया. जहां एक महीने तक मजदूरों से काम लिया गया और उसके बाद संविदा कर उनका एडवांस पेमेंट लेकर गायब हो गया. मजूदरों को वहां से वापस आने नहीं दिया जा रहा था. मजदूरों ने परेशान होकर सोशल मीडिया के माध्यम से सतना जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई. मामला संज्ञान में आते ही जिला कलेक्टर ने मजदूरों को तेलंगाना से मुक्त कराकर सतना लेकर आए.
क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश सतना जिले के करीब 15 मजदूरों को जिले के चित्रकूट के रहने वाले एक ठेकेदार भगवान दास पटेल द्वारा मिर्ची तोड़ने की मजदूरी को लेकर तेलंगाना राज्य के खम्मम जिला अंतर्गत तल्लाड़ा कस्बे में ले जाया गया था. जहां मजदूर करीब एक माह से मिर्ची तोड़ने का कार्य कर रहे थे. यह 15 मजदूर अपने परिवार समेत तेलंगाना संविदाकार भगवान दास के साथ गए थे. इसके बाद ठेकेदार द्वारा मजदूरों की मजदूरी लेकर वहां से गायब हो गया. मजदूर लगातार मिर्ची तोड़ने का कार्य कर रहे थे और मजदूर तेलगाना में बंधक के रूप में कार्य कर रहे थे. उन्हें वहां से अपने घर वापस नहीं आने दिया जा रहा था.
जिसके बाद पीड़ित मजदूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से सतना जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई. मामला संज्ञान में आते ही सतना जिला कलेक्टर द्वारा इन मजदूरों को तेलंगाना से मुक्त करने के लिए श्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया. इसके बाद श्रम अधिकारियों के द्वारा 15 मजदूरों को वहां से मुक्त करने के लिए तेलंगाना राज्य की पुलिस और प्रशासन की मदद से मुक्त कराया गया. आज करीब एक माह के बाद मजदूर सतना पहुंचे. जहां से उन्हें उनके घर रवाना किया गया.