राजगढ़ : कड़कड़ाती ठंड से स्कूली बच्चों को बचाने के लिए राजगढ़ की एक महिला शिक्षिका ने अनोखी पहल की है. राजगढ़ जिले के पिपल्या रसोड़ा संकुल केंद्र के तहत आने वाले पानिया में शासकीय प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षिका हेमलता गुर्जर ने बेहतरीन उदाहरण पेश किया है. दरअसल, हेमलता द्वारा पिछले 4 वर्षों से मानवता का धर्म निभाया जा रहा है. जिस स्कूल में वह पढ़ाती हैं, वहां के बच्चों को वह ठंड के मौसम में स्वेटर और अन्य जरूरत का सामान दिलाती हैं.
स्कूल के 143 बच्चों को अपने वेतन से दिलाए स्वेटर
हाल ही में शिक्षिका हेमलता गुर्जर ने अपने स्कूल में कक्षा 6 से 10 वीं के लगभग 143 बच्चों को अपने वेतन से एक जैसी जर्सी दिलाईं. अब बच्चे ठंड से भी बच रहे हैं और एक जैसी यूनिफॉर्म में नजर आ रहे हैं. उनकी इस पहल की उनके स्टाफ के साथ ही ग्रामीण भी सराहना कर रहे हैं. हेमलता गुर्जर बताती है "उन्हें ये प्रेरणा एक सामाजिक संस्था से मिली है. एक बार उनके स्कूल में संस्था ने कुछ सामान वितरित किया था, तभी से इच्छा थी कि मैं भी अपने स्कूल के बच्चो के लिए कुछ करूं."
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स्कूल स्टाफ के साथ ही ग्रामीण हुए मुरीद
वहीं जनपद पंचायत सदस्य हरीश वर्मा ने कहा "हेमलता दीदी एक दो नहीं बल्कि पिछले चार वर्षों से बच्चों को अपने वेतन से ही स्वेटर और अन्य सामग्री उपलब्ध करा रही हैं. ऐसा शिक्षक मैंने पहले कभी नहीं देखा. हेमलता मैडम बच्चों से काफी स्नेह और प्रेम भी रखती हैं." वहीं, संकुल प्राचार्य राधेश्याम विजयवर्गीय का कहना है "ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को ठंड में स्वेटर की जरूरत होती है. कई बच्चे गरीब घराने के होते हैं. वे स्वेटर नहीं ले सकते. इसलिए मैडम की पहल बहुत सराहनीय है."