भोपाल : मध्यप्रदेश में आने वाले सालों में स्पीड कॉरीडोर का जाल बिछने जा रहा है. NHAI यानी राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण मध्यप्रदेश में दो ग्रीन फील्ड, हाई स्पीड कॉरिडोर सहित 4 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें बनाने जा रहा है. ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में एनएचएआई ने मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम से 1 लाख करोड़ के एमओयू साइन किए हैं. इसके तहत 60 हजार करोड़ के काम तो जल्द ही शुरू होने वाले हैं. एनएचएआई के एमओयू से मध्यप्रदेश के अधोसंरचना विकास में पंख लग जाएंगे.
इंदौर-भोपाल-जबलपुर के बीच हाई स्पीड कॉरिडोर
मध्यप्रदेश में इंदौर और भोपाल के बीच ग्रीन फील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर बनने जा रहा है. इसके अलावा दूसरा हाईस्पीड कॉरीडोर भोपाल से जबलपुर के बीच भी बनाया जाएगा. इन दोनों कॉरिडोर की खासियत यह होगी कि यह मौजूदा सड़कों से अलग होंगे. इसके लिए ऐसा रूट डिजाइन तैयार किया जाएगा, जहां अभी सड़कें नहीं हैं. इससे प्रदेश के नए क्षेत्रों में भी विकास के रास्ते खुलेंगे.
निवेशकों के साथ एमओयू साइन करते मुख्यमंत्री (Etv Bharat) प्रदेश में 4 हजार किलोमीटर लंबी नई सड़क
हाईस्पीड कॉरिडोर बनने से प्रदेश के औद्योगिक विकास में नई गति आएगी. पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने बताया, '' ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में हुए एमओयू के तहत 60 हजार करोड़ के काम जल्द ही शुरू किए जाएंगे. हमारी कोशिश है कि बाकी 40 हजार करोड़ के काम भी आने वाले 5 सालों में शुरू कर दिए जाएंगे. एनएचएआई की मदद से प्रदेश में 4 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जाएंगी.
ये होंगे मध्यप्रदेश में नए कॉरीडोर
एमओयू के बाद मध्यप्रदेश में कई नए मार्गों का निर्माण किया जाएगा. इसके तहत मध्यप्रदेश में इंदौर से भोपाल ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, भोपाल जबलपुर ग्रीनफील्ड हाई स्पीड कॉरिडोर, प्रयागराज जबलपुर नागपुर एक्सप्रेस वे, लखनादौन-रायपुर एक्सप्रेसवे, आगरा-ग्वालियर राष्ट्रीय राजमार्ग, उज्जैन झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग, इंदौर रिंग रोड़, जबलपुर से दमोह राष्ट्रीय राजमार्ग आदि प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा.
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