शिमला: हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए मंगवाए समोसों पर सीआईडी जांच पर जमकर सियासत हुई है. देशभर में समोसे की जांच चर्चा का विषय बना हुआ है. भाजपा नेताओं द्वारा सीएम सुक्खू और हिमाचल सरकार पर लगातार तंज कसा जा रहा है. इसी बीच भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं सांसद डॉ. राजीव भारद्वार ने सीआईडी जांच को लेकर समोसे के पैकेट में कोई और पैकेट होने की बात कही है.
सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "समोसे तो गुम हुए, लेकिन समोसे के ऊपर सरकार द्वारा सीआईडी की इतनी बड़ी जांच बिठा दी गई और साथ ही इस घटना को सरकार विरोधी बता दिया गया. हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार व्यापक रूप से हो रहा है. सवाल तो ये भी उठता है कि समोसे के पैकेट के अंदर कोई और पैकेट तो नहीं था? ऐसी क्या नौबत आ गई की समोसे गुम होने के लिए इतनी बड़ी जांच बैठानी पड़ी? पैकेट के पैकेट के अंदर क्या था?"
डॉ. राजीव भारद्वाज ने कहा कि इस प्रकरण के बाद हिमाचल प्रदेश पूरे देश में चर्चा में आ गया है. कभी टॉयलेट टैक्स तो कभी समोसे गुम होने की जांच पर सवाल तो अभी भी बनता है कि समोसे के साथ ऐसा क्या था? जिसके लिए इतनी बड़ी जांच बैठा दी गई. हालांकि सीआईडी द्वारा इसे आंतरिक मामला बताया गया है. सीआईडी डीजी एसआर ओझा ने बताया,"सीआईडी हिमाचल प्रदेश का एक अनुशासित संगठन है. ये सीआई का आंतरिक मामला है. इसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है."
वहीं, इस समोसा प्रकरण पर भाजपा नेताओं द्वारा भी चुटकी ली जा रही है. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि, "वर्तमान में प्रदेश बहुत सारी चुनौतियों से गुजर रहा है. अराजकता और भ्रष्टाचार चरम पर है. जिस पर सरकार आँखे मूंदकर बैठी है. एक निरर्थक मुद्दे पर प्रदेश की पूरी सीआईडी लगा देने से यह फिर से स्पष्ट हो गया कि सरकार की प्राथमिकता क्या है?."वहीं, जयराम ठाकुर ने मंडी में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ समोसा पार्टी की.
इसके अलावा हमीरपुर से भाजपा विधायक आशीष शर्मा ने सीएम सुक्खू के लिए 11 समोसों का ऑनलाइन ऑर्डर किया. उन्होंने कहा कि सरकार असल मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने की जगह ऐसे छोटे मामलों पर ध्यान दे रही है. इसी के विरोध के स्वरूप में मुख्यमंत्री को 11 समोसे भेजे हैं, ताकि उन्हें याद दिला सकें की जनता की असली समस्याओं का समाधान करना ज्यादा जरूरी है.