भोपाल। मध्य प्रदेश के हरदा में हुए भीषण पटाखा कांड मामले में विधानसभा में स्थगन पर चर्चा के दौरान कांग्रेस मामले की न्यायिक जांच के लिए अड़ा रहा. चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि शुरुआत में तो ऐसा लगा जैसे आतंकी घटना हुई हो. कुछ देर बाद घटना साफ हुई. मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि पक्ष-विपक्ष तैयार हो तो समिति बनाई जा सकती है. मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वॉआउट कर दिया. चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि पूर्व में भी इस तरह की कई घटनाएं हुई, लेकिन पूरे मामले की जांच पर लीपापोती हो गई.
किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. क्या मुख्यमंत्री अधिकारियों से डरते हैं. अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई. उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि सरकार में सिर्फ अधिकारियों को हटा दिया, लेकिन यह कोई कार्रवाई नहीं होती. अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए थी. नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. नेता प्रतिपक्ष ने इस मामले में न्यायिक जांच की मांग की है.
मुख्यमंत्री बोले वीडियो देखकर ऐसा लगा जैसे परमाणु विस्फोट हुआ हो
स्थगन पर चर्चा के दौरान पक्ष और विपक्ष की चर्चा के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना आगे नहीं होगी, इसलिए यह घटना मिसाल बनेगी. कैबिनेट की बैठक के दौरान ही घटना की सूचना मिली थी. इसके वीडियो मैंने भी देखे थे. ऐसा लगा था जैसे परमाणु बम फूट गया हो. कैबिनेट की बैठक रोककर जांच कमेटी बनाई और मंत्री को तत्काल हरदा भेजा. शुरुआत में लगा कि कहीं कोई आतंकी वारदात तो नहीं है, लेकिन कुछ देर बाद साफ हो गया कि पटाखा फैक्ट्री में हादसा हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में अगर पक्ष और विपक्ष तैयार हो तो विधानसभा की समिति बनाई जा सकती है, लेकिन विपक्ष पूरे मामले की न्यायिक जांच करने की मांग पर अड़ा रहा.
उधर मुख्यमंत्री के वक्तव्य के पहले उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि अधिकारी का तबादला करना क्या कार्रवाई होती है. यह एक सामान्य प्रक्रिया होती है. अगर कार्रवाई करनी थी तो उनको नौकरी से हटाते. हेमंत कटारे ने कहा कि इस मामले में कमिश्नर की भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं, निकले अधिकारियों को भी पता था कि दीपावली आने वाली है तो फिर कमिश्नर ने दीपावली का हवाला देकर स्ट क्यों दे दिया. सरकार को उन पर भी कार्रवाई करनी चाहिए.
कांग्रेस ने कहा 600 मकान ध्वस्त हुए, मौतें कहीं ज्यादा
कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने कहा कि जिस तरह का हादसा हुआ है. उसमें सिर्फ सुतली बम बनाने का काम नहीं हो रहा था, बल्कि जिलेटिन की छड़े भी बनाने का काम हो रहा होगा. जब ब्लास्ट हुआ तब फैक्ट्री में कितने लोग मौजूद थे. इसका भी कोई रिकॉर्ड नहीं है. इस फैक्ट्री में पहले भी हादसा हो चुका है. इस फैक्ट्री मालिक की तीन स्थानों पर पटाखा फैक्ट्री है. इस फैक्ट्री में पहले भी हादसा हुआ और 22 लोगों की मौत हुई थी. फैक्ट्रियां चलती है, उनमें हादसे भी होते हैं. हादसे तब होते हैं, जब अनियमितताओं की लगातार अनदेखी की जाती रही. इस फैक्ट्री को अवैध रूप से कैसे संचालित किया जा रहा था. लाइसेंस निरस्त होने के बाद भी कैसे संचालित हो रही थी.