मुरैना।मुरैना नगर निगम क्षेत्र में नेशनल हाइवे-44 पर संचालित छोंदा टोल प्लाजा पर नगर निगम का 22 करोड़ 66 लाख रुपया बकाया है. तमाम पत्राचार के बाद भी इस बकाया को जमा नहीं किया गया. नगर निगम का बजट खाली होने से शहरी क्षेत्र में विकास कार्य अटके पड़े हुए हैं. नगर निगम द्वारा डिमांड नोटिस की समय सीमा खत्म होते ही 22 करोड़ 66 लाख की वसूली के लिए महापौर के साथ नगर निगम के कांग्रेस, भाजपा बसपा सहित अन्य दलों के पार्षद अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए.
मुरैना नगर निगम का बकाया 22 करोड़ नहीं दे रहा NHAI
धरना-प्रदर्शन के दौरान पार्षदों ने सुआलाल के पुरा पर स्थित अस्थाई टोल को हटाने की बात कही. इधर, नगर निगम कमिश्नर ने जेसीबी चलवाकर अस्थाई टोल नाके सहित पोल भी तुड़वा दिए. महापौर का कहना है कि जब तक NHAI राशि नहीं भरेगा, धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. NHAI ने विगत दो साल से नगर निगम का टैक्स जमा नहीं करवाया है. बकाया राशि बढ़कर 22 करोड़ 66 लाख रुपए पहुंच गई. वसूली के लिए पार्षदों ने परिषद की बैठक में इस मामले को उठाया गया था. वहीं, टोल मैनेजर के अनुसार इस तोड़फोड़ में उनका 6-7 लाख रुपये का नुकसान हुआ है.
नगर निगम कमिश्नर ने बकाया भरने का अल्टीमेटम दिया
नगर निगम कमिश्नर ने बकाया जमा करने के लिए NHAI को नोटिस जारी कर 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था. डिमांड नोटिस की समय सीमा खत्म होने के बाद भी NHAI ने बकाया जमा नहीं करवाया तो MIC के सदस्य और पार्षदों को साथ लेकर महापौर शारदा सोलंकी टोल प्लाजा पर पहुंच गईं. यहां पर सड़क किनारे टेंट लगाकर महापौर ओर पार्षद अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. टोल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
महापौर बोली- जब तक बकाया जमा नहीं होगा, धरना जारी रहेगा
महापौर शारदा सोलंकी का कहना है "बकाया वसूल करने के लिए नगर निगम कर्मचारी विगत डेढ़ साल से टोल नाके के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन फिर भी बकाया जमा नहीं करवाया गया. अब NHAI की समय सीमा खत्म होने जा रही है. ऐसे में यदि जल्द ही बकाया जमा नहीं कराया गया तो नगर निगम का करोड़ों रुपया डूब जाएगा. इसलिए मजबूर होकर धरने पर बैठना पड़ रहा है. जब तक NHAI बकाया जमा नहीं करवाएगा, तब तक धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. यदि जरूरत पड़ी तो भूख हड़ताल भी करेंगे."