वाराणसी : बनारस इन दिनों पर्यटन का हब बना हुआ है. देश दुनिया से लोग बनारस को निहारने के लिए आ रहे हैं. काशी का बढ़ता क्रेज दक्षिण की नीलगिरी पहाड़ियों के क्रेज को भी पीछे छोड़ चुका है. नीलगिरी की वादियों में भी रहने वाले लोग बनारस को सिर्फ निहारने नहीं बल्कि यहां मोक्ष प्राप्ति के लिए भी आ रहे हैं.
यही वजह है कि इन दोनों काशी के 'मोक्ष टूर पैकेज' की डिमांड भरपूर है. इसकी जून तक की एडवांस बुकिंग हो चुकी है. दक्षिण भारतीयों की मान्यता है कि वह मोक्ष प्राप्ति के लिए नवरात्र काशी की धरा पर बिताएं. ऐसे में मोक्ष टूर पैकेज की डिमांड अधिक हो रही है.
वाराणसी में इन दिनों टूरिस्ट्स की संख्या अधिक हो चुकी है. वाराणसी आना लोग सबसे अधिक आना पसंद कर रहे हैं. यही वजह है कि रोजाना लाखों लोग काशी में सिर्फ मंदिरों के दर्शन और घाटों पर घूमने के लिए मौजूद रहते हैं. इसी बीच अब ट्रैवल एजेंसियों के पास 'मोक्ष टूर पैकेज' की मांग अधिक आ रही है.
इस पैकेज की डिमांड करने वाले सबसे अधिक दक्षिण भारतीय पर्यटक हैं. इस पैकेज के माध्यम से वे नवरात्र के समय काशी की धरती पर रहना चाहते हैं और मोक्ष की प्राप्ति करना चाहते हैं. अपनी मान्यताओं के आधार पर वे रात का समय काशी में ही बिताते हैं.
साउथ इंडिया से सबसे अधिक आ रही डिमांड : स्प्रिचुअल टूर के ट्रैवल एजेंट संतोष सिंह ने बताया कि हमारे पास साउथ इंडिया से सबसे अधिक मोक्ष टूर की डिमांड आ रही है. इसमें 9 रात और 10 दिन वे वाराणसी में ही रुकते हैं. इसमें हम लोग तीन से चार दिन वाराणसी लोकल का टूर कराते हैं.
इसके बाद सेम डे अलग जगह पर स्टे कराते हैं. जैसे एक ही दिन में प्रयागराज का स्टे कराकर रात में वाराणसी स्टे कराते हैं. ऐसे ही अयोध्या, बोधगया का एक दिन का स्टे कराकर रात का स्टे वाराणसी में कराया जाता है. यह हमारा मोक्ष टूर चलता है.