एटा: यूपी के एटा में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर एक साथ हाथरस और अलीगढ़ के ड्रग इंस्पेक्टर ने छापा मारा. इसमें जन औषधि केंद्र से नकली दवाइयां मिली हैं. दो जिलों की संयुक्त टीम की कार्रवाई में कई बोरियां भरकर नकली दवाइयां बरामद हुई हैं.
बताया जा रहा है कि काफी समय से लोगों के स्वास्थ्य से खिलावाड़ करने की शिकायत मिल रही थी. जिस पर हाथरस के ड्रग इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा और अलीगढ़ के ड्रग इंस्पेक्टर दीपक लोधी की टीमों ने जन औषधि केंद्र रेड मारी.
एटा जिले के अलीगंज के मेन बाजार में संतोष कुमार गुप्ता का प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र संचालित है. इस मेडिकल स्टोर में जन औषधि दवाइयों के अलावा अन्य दवाएं भी बिक्री की जा रही थीं. इसकी शिकायत लगातार ड्रग विभाग को मिल रही थी, जिस पर सोमवार की शाम को हाथरस और अलीगढ़ के ड्रग इंस्पेक्टर की टीम ने छापा मारा. छापेमारी में जन औषधि केंद्र से कई बोरियां नकली दवाइयां बरामद हुई हैं, बरामद दवाइयों को टीम साथ ले गई.
हाथरस के ड्रग इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा ने बताया कि इस केंद्र पर नकली दवाइयों की बिक्री की लगातार शिकायत मिल रही थी. इनकी सप्लाई आगरा तक बताई जा रही है. छापेमारी में कई जन औषधि के अलावा दूसरी कंपनियों की दवाइयां भी मिली हैं. इन सभी दवाइयों को जब्त कर लिया गया. पहले इनकी जांच कराई जाएगी, इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है जन औषधि केंद्र: पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी को गुणवत्तापूर्ण औषधि एवं स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट को धरातल पर उतारा था. प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान जनता को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया, ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर उपलब्ध हैं. साथ ही इसकी क्वालिटी में किसी तरह की कमी नहीं हैं.
जन औषधि केंद्र पर सस्ती मिलती हैं दवाएं: इस योजना में लोगों को बाजार से 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर जेनरिक दवाइयां मुहैया कराई जाती हैं. जेनरिक दवाएं ब्रांडेड या फार्मा की दवाइयों के मुकाबले सस्ती होती हैं, जबकि प्रभाव उनके बराबर ही होता है.
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