जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में नवनिर्मित संविधान पार्क में संविधान स्तंभ पर चित्रों के जरिए नागरिकों के अधिकार, कर्तव्य और मूल सिद्धांतों को समझाया गया, लेकिन इनमें संविधान के भाग 3 और भाग 17 को दर्शाते हुए गलतियां कर दी गई. इसके विरोध में रविवार से ही छात्रों ने विरोध दर्ज कराना शुरू किया. वहीं, सोमवार के एबीवीपी के छात्रों ने कुलपति को घेरते हुए आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने संविधान को बेचने और विश्वविद्यालय में टुकड़े-टुकड़े गैंग को सक्रिय करने का काम किया है, जिसका एबीवीपी विरोध करती है. संविधान का ये अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे में उन्होंने कुलपति सहित संविधान पार्क निर्माण कमेटी में जो-जो लोग शामिल थे उन सभी के इस्तीफा की मांग की.
हालांकि, अब संविधान स्तम्भ में की गई गलतियों को दुरुस्त करने और गलतियों का कारण जानने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक उच्च स्तरीय समिति का भी गठन किया है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने ये भी स्पष्ट किया है कि इस संविधान पार्क के निर्माण में विश्वविद्यालय गम्भीर रहा है और इसके निर्माण से जुड़े विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से संविधान के विभिन्न प्रावधानों से जुड़ी मूल भाषा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन ने राजस्थान विश्वविद्यालय के ही विधि संकाय से जुड़े विधि विशेषज्ञों की समय-समय पर तीन समितियों का भी गठन किया था.