भीलवाड़ा.नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप कर जिंदा कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में सोमवार को न्यायालय ने दोनों मुख्य आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है. दोनों सगे भाई हैं. इस मामले की जांच करने वाले पुलिस उपाधीक्षक श्याम सुंदर विश्नोई ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए कहा कि आज मुझे बहुत खुशी है, क्योंकि आज मृत्युदंड की सजा मिली है. इससे भारतीय न्याय-व्यवस्था में लोगों का विश्वास और कायम होगा. वहीं, अपराधियों में भय भी कायम होगा. कैसे हुई इस दुष्कर्म और हत्याकांड की जांच ? खुद सुनिए...
देशभर में सुर्खियों मे रहे इस मामले का जैसे ही सोमवार को भीलवाड़ा पॉक्सो कोर्ट 2 के न्यायाधीश ने फैसला सुनाया तो भीलवाड़ा ही नहीं, राजस्थान के लोगों का न्याय के प्रति विश्वास पैदा हुआ. श्याम सुंदर विश्नोई ने कहा कि वास्तव में आज पीड़ित परिवार को न्याय मिला, जिससे ऐसी घटनओं पर भविष्य में विराम लगेगा. इस घटना की जांच कर न्यायालय में चार्जशीट पेश करने वाले वाले कोटड़ी के तत्कालीन व वर्तमान में भीलवाड़ा सदर के पुलिस उपाधीक्षक श्याम सुंदर विश्नोई ने कहा कि इस जघन्य अपराध में माननीय न्यायालय ने मुख्य आरोपी कालू व कान्हा को फांसी की सजा दी है. इस फैसले का मैं स्वागत करता हूं. कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है.
कोटड़ी थाना क्षेत्र में 2 अगस्त को एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप कर जिंदा कोयले की भट्टी में जला दिया. घटना के दिन मोबाइल, एफएसएल सहित अन्य टीमें मौके पर पहुंची थीं और विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित करते हुए घटना में गैंगरेप व मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाले कालू व कान्हा सहित 9 मुलजिमों के खिलाफ पॉक्सो कोर्ट 2 में चालान पेश किया था. जांच में हमने पाया कि कालू व कान्हा ने गैंगरेप किया था और बच्ची को जिंदा ही कोयले की भट्टी में जला दिया था.
इस मामले की जांच में हमने टीमवर्क के साथ काम किया और 30 दिन के अंदर चार्जशीट पेश की थी. सोमवार को न्यायालय ने घटना के मुख्य आरोपी कालू व कान्हा को मृत्युदंड से दंडित किया है. मुझे बहुत खुशी है. वहीं, जांच के दौरान कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ा ? इस सवाल पर जांच अधिकारी ने कहा कि घटना के समय बालिका को भट्टी में जलाने के कारण बॉडी टुकड़ों में थी, जिसकी जांच चुनौतीपूर्ण कार्य था. साइंटिफिक तरीके से जांच की गई. इसी की बदौलत आज न्याय मिला है. आज के फैसले से भारतीय न्याय-व्यवस्था में लोगों का विश्वास कायम होगा और अपराधियों में भय कायम होगा.