गोड्डा:झारखंड और पश्चिम बंगाल की सीमा पर पानी छोड़ने के बाद हेमंत और ममता सरकार के बीच आपसी मतभेद की स्थिति बनी हुई है. पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा सीमा सील किए जाने के चलते वाहनों की लंबी कतार और जाम की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. इसके मद्देनजर केंद्रीय खनन और इस्पात राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने बड़ा बयान दिया है.
केंद्रीय मंत्री का बयान (ETV BHARAT) सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि ममता बनर्जी तानाशाही रवैया अपना रही हैं. उनका काम करने का तरीका ही अलग होता है. उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य सरकार का मसला है. इस दौरान जब मीडिया ने सवाल पूछा कि क्या उनकी यानी केंद्र की कोई जिम्मेदारी नहीं है, इस पर उन्होंने जवाब दिया कि कुछ विशेष स्थिति में केंद्र हस्तक्षेप करती है.
गौरतलब है कि मैथन और पंचेत डैम का जलस्तर काफी बढ़ गया है. मैथन डैम के आठ और पंचेत डैम के 6 फाटक खोले गए हैं. तिलैया और कोडरमा से अत्यधिक पानी छोड़े जाने के कारण मैथन में 495 आरएलडी क्रॉस कर गया है और पंचेत में 425 आरएलडी क्रॉस कर गया है. जिसे देखते हुए मैथन डैम से एक लाख अस्सी हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा है. जबकि ही पंचेत डैम से एक लाख सत्तर हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया रहा है. मैथन डैम और पंचेत डैम से पानी छोड़े जाने के बाद सीमावर्ती जिला पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. जिसके चलते जमशेदपुर के सटे पश्चिम बंगाल की सीमा सील कर दिया गया है. जिसका सीधा असर आवागमन पर पड़ रहा है.
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