रत्नेश सदा, मंत्री. (ETV Bharat) पटना: नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में क्या विधायक नाराज चल रहे हैं. क्या कुछ विधायक बीमा भारती की तरह राजद ज्वाइन करने वाले हैं. दो दिन पहले जदयू विधायक गोपाल मंडल की राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा चल रही है. हालांकि जदयू कोटे के मंत्री रत्नेश सदा ने इन संभावनाओं से इंकार किया है.
बीमा भारती का दिया उदाहरणः गुरुवार को पार्टी कार्यालय में रत्नेश सदा ने विधायक गोपाल मंडल के लालू यादव से मिलने की चर्चा पर कहा कि 'लालू यादव बड़े नेता हैं. उनसे मिल सकते हैं, पार्टी विरोधी काम तो नहीं किया है. उनकी अपनी सोच है.' इस सवाल पर की बीमा भारती के बाद कहीं गोपाल मंडल भी तो लाइन में नहीं हैं, रत्नेश सदा ने कहा बीमा भारती का क्या हाल हुआ सबने देखा है. सांसद बनने गईं थीं विधायक भी नहीं रहीं. इसके बाद वो चौबे गए छब्बे बनने दुबे बनकर लौटे, इस कहावत से बीमा भारती पर निशाना साधा.
क्या है चर्चाः चर्चा है कि दो दिन पहले गोपाल मंडल लालू आवास लालू यादव से मिलने गए थे. किस मकसद से गए थे, यह पता नहीं चल पाया है. बता दें कि गोपाल मंडल भागलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते थे. गोपाल मंडल अक्सर अपने बयानों में लालू यादव और तेजस्वी यादव के प्रति सॉफ्ट कार्नर दिखाते हैं. गोपाल मंडल लोकसभा चुनाव के दौरान लगातार बयान देते रहे थे कि टिकट उनकी पॉकेट में है. हर हाल में चुनाव लड़ने की बात भी कही थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर पार्टी से बगावत नहीं कर पाए.
कौन हैं गोपाल मंडलः बता दें कि गोपाल मंडल भागलपुर के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वो अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. इस दौरान वो पार्टी के प्रति अपनी नाराजगी भी जाहिर करते रहे हैं. खुलेआम कभी मंत्री बनने की इच्छा प्रकट करते रहे हैं तो कभी लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा. इसके अलावा वो अपनी पत्नी को भी विधानसभा चुनाव लड़वाना चाहते हैं. लेकिन, अभी तक उनकी एक भी इच्छा पूरी नहीं हो सकी है. इस बीच लालू यादव से उनकी मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं.
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