किसानों से परेशान हैं एमपी के पशुपालन मंत्री पर जबलपुर में क्यों बिकता है महंगा दूध पता नहीं
Plans for animal husbandry in MP: मध्य प्रदेश के पशुपालन मंत्री लाखन सिंह पटेल किसानों से परेशान हैं. किसान पशुपालन तो करते हैं लेकिन पशुओं को आवारा छोड़ देते हैं. इसके साथ ही उन्होंने पशुपालन के लिए आने वाली योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी.
जबलपुर।पशुपालन मंत्री लाखन सिंह पटेल का कहना है कि आवारा पशुओं की वजह से सड़कों पर एक्सीडेंट होते हैं. सड़क दुर्घटनाओं में पशुओं की भी मौत होती है. इन दुर्घटनाओं में लोग भी घायल होते हैं. मंत्री का कहना है कि सड़क पर घूमते आवारा पशुओं के लिए सरकार योजना बना रही है. इस मामले में किसानों को भी समझाइश देने का तरीका खोजा जा रहा है ताकि किसान पशुओं को आवारा ना छोड़ें. सरकार गोमूत्र और गोबर से बने उत्पादों को बाजार देने की तैयारी कर रही है.
डेयरी को उद्योग मानकर दी जाएगी जमीन
डेयरी व्यवसाय को और बड़ा बनाने के लिए लाखन सिंह पटेल का कहना है कि जिस तरीके से उद्योग के लिए सरकार जमीन विकसित करके देता है, इसी तरीके से डेयरी व्यवसाय के लिए भी सरकार जमीन विकसित करके देने की तैयारी कर रही है. इसका पहला प्रयोग जबलपुर में किया जाएगा. जबलपुर में डेयरी उद्योग के लिए अलग से क्षेत्र तैयार किया जा रहा है. डेयरी की वजह से नदियों में प्रदूषण फैल रहा है, उसे रोकने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.
महंगे दूध के बारे में नहीं जानकारी
मंत्री लाखन सिंह पटेल को इस बात की जानकारी नहीं है कि मध्य प्रदेश का सबसे महंगा दूध जबलपुर में बिकता है. जबलपुर में इन दिनों दूध के दाम ₹68 प्रति लीटर हैं. पटेल का कहना है कि मध्य प्रदेश में दूध का उत्पादन सरप्लस है और ठंड के मौसम में दूध का उत्पादन और अधिक बढ़ जाता है. इसलिए ऐसी स्थिति में यदि जबलपुर में दूध महंगा बिक रहा है तो किसानों को सस्ता दूध दिया जा सकता है. दूध उत्पादकों को भी अच्छे रेट दिलवाए जा सकते हैं. लाखन सिंह पटेल ने इसके लिए काम करने की योजना बनाने की बात की है.
मंत्री ने कहा कि कई जगहों पर नदी के किनारे से डेयरियां हटा दी गई हैं और कई जगह से यह प्रयास लगातार जारी हैं. पटेल का कहना है कि खेती में जितना उत्पादन हो सकता था. हम उसके चरम तक पहुंच गए हैं. इसके आगे अब खेती में बहुत संभावना नहीं है. इसलिए किसान की आय को बढ़ाने के लिए पशुपालन ही एकमात्र जरिया बचा है. इसीलिए सरकार पशुपालन पर ध्यान दे रही है.