वाराणसी :संत रविदास के गांव बेगमपुरा में 125 अलग-अलग टेंट में भारत के एकाग्र होने की तस्वीर नजर आने लगी है. यहां बाकायदा अलग-अलग टेंट में अलग-अलग राज्यों के लोग निवास करेंगे. इससे लघु भारत की परिकल्पना साकार होगी. सीर गोवर्धनपुर में संत रविदास मंदिर के आसपास टेंट सिटी सज रही है. एक टेंट में लगभग 150 से 200 श्रद्धालु ठहरेंगे. पंजाब से जत्थेदारों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है. बनारस में 24 फरवरी को संत रविदास की जयंती मनाई जाएगी. ऐसे में भव्य तरीके से तैयारियां चल रहीं हैं.
विदेश से भी आएंगे अनुयायी :संत रविदास की 647वीं जयंती पर गुरु चरणों की रज पाने के लिए देश से तो अनुयायी आ ही रहे हैं, मगर विदेशों में भी रहने वाले संत रविदास के अनयायियों का आना भी शुरू हो गया है. देश के अलग-अलग राज्यों से लोग सीर गोवर्धन पहुंचेंगे. संत रविदास की जयंती के भव्य कार्यक्रम में शामिल होकर प्रसाद पाएंगे. इसके लेकर बड़े स्तर पर तैयारी की जा रही है. बनारस में संत रविदास के सपनों का गांव बेगमपुरा हकीकत के धरातल पर उतर रहा है. यहां बाकायदा 125 अलग-अलग टेंट तैयार किए जा रहे हैं. बांस-बल्ली की सहायता से ये टेंट बनाए जा रहे हैं. देश-विदेश से आने वाले अनुयायियों को ठहरे का मौका मिलेगा.
अलग-अलग राज्यों के हिसाब से टेंट सिटी :माघ पूर्णिमा पर संत रविदास की जयंती मनाई जाएगी. गुरु की जयंती मनाने के लिए देश-दुनिया के अनुयायी यहां पर पहुंच रहे हैं. ऐसे में संत रविदास के सपनों का गांव बेगमपुरा बसाने के लिए टेंट सिटी बनाया जा रहा है. संत रविदास मंदिर से लेकर लौटूबीर तक के एक किलोमीटर के दायरे में ये टेंट सिटी बन रही है. सभी राज्यों के हिसाब के अलग-अलग टेंट सिटी तैयार हो रही है. पंजाब, हरियाणा, जम्मू, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के साथ ही अन्य राज्यों के अनुयायियों के लिए टेंट सिटी तैयार हो रही है. इस दौरान कुल 125 और इससे अधिक टेंट तैयार हो रहे हैं. इसको लेकर वाराणसी जिला प्रशासन भी जुटा. पंजाब में काफी संख्या में अनुयायी रहते हैं. हर साल वे यहां आते हैं. इसे देखते हुए उनके लिए खास अंदाज में टेंट सिटी को डिजाइन किया गया है.