साइबर ठगों के खिलाफ एंटी वायरस अभियान (ETV Bharat Alwar) अलवर.वाहन चोरी, गोतस्करी व ऑनलाइन ठगी से मेवात पर लगे दाग को धोने के लिए अपराधियों पर पुलिस का बुलडोजर एक्शन जरूरी है. साइबर ठगों से राजनेताओें को भी हमदर्दी नहीं रखनी चाहिए. भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश की ओर से साइबर ठगों के खिलाफ चलाए जा रहे एंटी वायरस अभियान को लेकर यह बात मेव पंचायत के सदर शेर मोहम्मद ने कही.
जिला मेव पंचायत के सदर शेर मोहम्मद ने भरतपुर आईजी राहुल प्रकाश व अलवर एसपी आनंद शर्मा की ओर से साइबर ठगों के खिलाफ चलाए जा रहे एंटी वायरस अभियान का समर्थन करते हुए कहा कि तीन महीने में अपराध के ग्राफ में गिरावट आई है. उन्होंने कहा कि वे पुलिस कार्रवाई का समर्थन करते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई में पक्षपात नहीं होना चाहिए. इस अपराध में सभी जाति-धर्म के लोग शामिल हैं. इसलिए सब पर एक जैसा एक्शन हो.
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उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि अपराध एक आदमी करता है और सजा पूरे परिवार को भुगतनी पड़ती है. मैं ऐसे लोगों से कहना चाहूंगा कि अगर कोई लड़का 20 से 50 लाख की गाड़ी खरीदता है और महंगे घर बना रहा है, तो परिवार को पता होना चाहिए कि आखिर पैसा कहां से आ रहा है. सब पता होने के बाद भी अपराध को रोकने में परिवार सहयोग नहीं करता, तो वह भी उतना ही दोषी है.
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शेर मोहम्मद ने कहा कि राजनेताओं की मजबूरियां हो सकती हैं, लेकिन उन्हें भी कहना चाहता हूं कि उन्हें भी अपराधियों का समर्थन नहीं करना चाहिए. इससे मेवात पर लगे अपराध के दाग के धोने में मदद मिलेगी. ऑनलाइन ठगी में सभी जाति-धर्म के लोग शामिल हैं, लेकिन बदनाम मेवाती हो रहे हैं. राजनेताओं को गरीब, मजबूर व्यक्तियों की मदद करनी चाहिए.
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मेवात में सभी जाति धर्म के लोग: शेर मोहम्मद ने कहा कि मेवात किसी विशेष जाति का इलाका नहीं, यह सभी धर्मों का रीजन है. यह बात सही है कि आनलाइन ठगी में ज्यादातर मेव समाज के लड़के लिप्त हैं. यह बुराई जामताड़ा से मेवात में आई. ट्रक ड्राइवर का काम करने वाले कुछ लड़के जामताड़ा से ऑनलाइन ठगी करना सीख आए. पहले ये लोग ओएलएक्स के जरिए 2 से 4 हजार की ठगी करते थे. इस तरह की ठगी के ज्यादातर पीड़ित पुलिस को शिकायत नहीं करते. अब ये लोग सेक्सटार्सन के जरिए लोगों से लाखों-करोड़ों लूटने लगे हैं. इस बुराई से कई लोगों के घर बर्बाद हो गए. कुछ ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने कहा कि पुलिस शुरू से एक्शन लेती, तो यह बुराई इतने बड़े स्तर पर मेवात में नहीं फैलती. अब यह बुराई इतने बड़े स्तर फैल चुकी है कि पुलिस को इसे रोकना मुश्किल हो रहा है.