जोधपुर : राजस्थान हाईकोर्ट की नई इमारत के सरकारी निर्माण में भी कई खामियां अब सामने आ रही हैं. हाल ही में मानसून में यहां पानी भर गया था. इसको लेकर हाईकोर्ट के कोर्ट ऑफिसर शरद जोशी ने कुड़ी भगतासनी थाने में सरकारी कंपनी राजस्थान स्टेट रोड कॉर्पोरेशन के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है.
थाना प्रभारी रामभरोसी ने बताया कि कोर्ट ऑफिसर ने अपनी रिपोर्ट में निर्माण में कई खामियां बताई हैं. 220 करोड़ की लागत से बनी इस बिल्डिंग में पिछले दो साल से कई घटनाएं हुई हैं. फायर सेफ्टी सिस्टम की खामी देखने को मिली है. थानाप्रभारी ने बताया कि कोर्ट ऑफिसर शरद जोशी ने रिपोर्ट में बताया है कि हाईकोर्ट का नया भवन बनाने का ठेका आरएसआरडीसी लिमिटेड कंपनी को दिया गया था. कंपनी ने 2008 में निर्माण कार्य शुरू किया था, जिसे बनाने में करीब 11 साल लगे. कंपनी ने 2019 में बिल्डिंग को कोर्ट के हवाले कर दिया था. इसके रख-रखाव की की जिम्मेदारी कंपनी ने ली थी. इस पर प्रति वर्ष लागत 22 लाख रुपए आ रही है. 18 सितंबर 2024 को सुबह 5 बजे कोर्ट चेम्बर-2 में आग लग गई थी. हादसे की जांच की गई तो सामने आया कि फायर सिस्टम ने आग लगने के दौरान काम ही नहीं किया. फायर सिस्टम निर्धारित मानकों के अनुसार नहीं लगाया गया है.
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कोर्ट ऑफिसर ने दी घटनाओं की सूची : शरद जोशी ने अपनी एफआईआर में दो साल में हुई घटनाओं की जानकारी दी है. इसमें बताया है कि 24 सितंबर 2024 को भूतल पर स्थित गेट संख्या 3 पर मीडियेशन सेंटर के सामने स्थित लिफ्ट के पास छत गिर गई थी. 18 सितंबर 2024 को सुबह 5 बजे कोर्ट चैंबर-2 में भीषण आग लगी, लेकिन फायर सिस्टम बंद रहा. 12 सितंबर 2024 को बारिश के कारण न्यायालय कक्ष संख्या-2 में छत से पानी टपकने और कोर्ट संख्या-16 में छत व खिड़की से पानी अंदर आने के कारण काम रोकना पड़ा. 30 फरवरी 2023 को चैंबर नंबर-14 की छत गिर गई. फर्नीचर क्षतिग्रस्त हो गया. कोर्ट नंबर-2 व चैंबर नंबर-16 में भी ऐसा हुआ था. 29 अप्रैल 2023 को डोम एरिया की छत का कुछ हिस्सा गिर गया. 23 जून 2023 को सिविल विविध अपील अनुभाग और 28 जून को बिल अनुभाग की छत का प्लास्टर उखड़कर गिरने से फाल सिलिंग गिर गई थी.