सोनभद्र: यूपी के सोनभद्र जिले के चन्द्रगुप्त मौर्य इंटर कॉलेज परिसर में रविवार को जली अवस्था में दर्जनों कार्टून कीड़े मारने और आयरन की दवाएं मिली. ये दवाएं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बच्चों में बांटने के लिए दी गई थी. लेकिन बांटने की जगह उनको जला दिया गया. एल्बेंडाजोल और आयरन की दवाएं जली हालत में मिलने पर पूर्व प्रबंधन ने वर्तमान स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. वहीं प्रबंध समिति के चुनाव के दौरान ही ये मामला सामने आने से परिसर में हड़कंप मच गया. दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग ने मामले में जांच की बात कही है.
कॉलेज परिसर में जली हालत में मिली लाखों की दवाइयां, छात्रों को बांटने के लिए मिले थे, प्रबंधन ने साधी चुप्पी - MEDICINES WORTH LAKHS BURNT
कीड़े मारने और आयरन की दवाएं स्वास्थ्य विभाग ने कराये थे उपलब्ध, विभाग ने दिए जांच के आदेश
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Nov 10, 2024, 10:45 PM IST
|Updated : Nov 10, 2024, 11:03 PM IST
पूरे मामले में कॉलेज के पूर्व प्रबंधक कमलेश सिंह कुशवाहा ने लापरवाही और भ्रष्टाचार का आरोप प्रबंधन पर लगाया है, उन्होंने आरोप लगाया कि, ये दवाएं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बच्चों को पिलाने के लिए दी गई थी. लड़कियों को आयरन की गोलियां बांटने के लिए दी जाती है. लेकिन इन दवाओं के एक्सपायर होने से पहले ही इन्हें जला दिया गया, जलने के बावजूद भी एक्सपायरी डेट साफ तौर से दवाओं पर देखी जा सकती है. वहीं दूसरी तरफ विद्यालय के प्रधानाचार्य ने इस मामले में बोलने से मना कर दिया.
वहीं इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी अश्विनी कुमार को जब मामले की जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा कि, इस मामले की पूरी जांच कराई जाएगी और जांच के बाद अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे पर कार्रवाई भी की जाएगी.
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