मऊगंज। जिले में बीते 21 दिन पूर्व हुई अंधी हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. जिसमें पुलिस ने तफ्तीश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हसिल की है. आरोपियों ने पहले तो चोरी की नीयत से घर में घुसे शख्स को बेरहमी से पीटा फिर उसे मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद शव पर पेट्रोल डालकर उसे आग के हवाले कर दिया. जुर्म से बचने के लिए 7 दिनों तक शव को घर के अन्दर ही छुपाए रखा. इसके बाद जब आसपास बदबू फैली तो पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को साड़ी और कंबल में लपेटा फिर घर से दूर एक खेत में फेंक दिया.
चोरी के शक में शख्स की हत्या
मामला मऊगंज जिले के शाहपुर थाना अंर्तगत स्थित ग्राम खोड़वानी गांव का है. यहां पर रहने वाला संतोष कोल बीते 2 फरवरी की शाम अचानक से लापता हो गया था. परिजनो ने काफी खोजबीन की लेकिन संतोष का कोई सुराग नहीं लग पाया. अगले दिन परिजनों ने थाने पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई और एक बार फिर संतोष कोल की तालाश करने में जुट गए. लापता होने के एक सप्ताह बाद 9 फरवरी को पड़ोस के ब्राम्हणगढ़ गांव में एक ट्रांसफॉर्मर के नीचे संतोष के परिजनों को जली हुई लाश दिखाई दी. संतोष के परिजनों ने शव की शिनाख्तगी की और तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पुलिस की टीम पहुंची और साक्ष्य जुटाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाया और घटना की तफ्तीश में जुट गई.
पहले हत्या की बाद में शव को जलाया
घटना की जांच कर रही पुलिस ने हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया और अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए 10 हजार का इनाम घोषित किया. संतोष कोल के जले हुए शव को बरामद करने के 14 दिन बाद शुक्रवार को मऊगंज पुलिस ने अंधी हत्या का खुलासा कर दिया. पुलिस के मुताबिक बीते 2 फरवरी की रात ब्राम्हणगढ़ गांव में रहने वाले आरोपी मुकेश साकेत के घर पर मुकेश साकेत सहित घर पर चार लोग ताश खेल रहे थे. इसी दौरान कुछ आहट सुनाई दी जिसके बाद किसी ने चोर चोर कहकर शोर मचाना शुरु कर दिया. आरोपी मुकेश साकेत ने पड़ोस में रहने वाली उसकी भाभी उर्मिला साकेत के घर के बाहर मौजूद संतोष साकेत की लाठी डंडे से जमकर पिटाई कर दी. आरोपियों का कहना था की संतोष कोल चोरी के इरादे से उनके घर में घुसा था.