रीवा।मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल ने एडिशनल एसपी अनुराग पांडे के सामने दंडवत होकर सबको चौंका दिया और पूरे देश में वह सुर्खियों में आ गए. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी में हड़कंप मचा दिया. अब बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल फिर चर्चा में हैं. प्रदीप पटेल ने मंगलवार को मेडिकल कॉलेज पहुंतर अपना देहदान कर दिया. बता दें कि बीते दिनों नशे के खिलाफ जंग छेड़ते हुए विधायक प्रदीप पटेल ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर गम्भीर आरोप लगाए थे. इसके बाद उन्होंने अपनी सुरक्षा हटाई और सरकारी वाहन का भी त्याग कर दिया और आम आदमी की तरह कभी बाइक तो कभी स्कूटी और बस की सवारी करते हुए दिखाई दे रहे हैं.
बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल सुर्खियो में
दरअसल, मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल अक्सर अपनी कार्यप्रणाली को लेकर सुर्खियो में रहते हैं. कभी वह जनता की समस्याओं को लेकर टोल प्लाजा पर धरना देते है तो कभी बिजली कंपनी के कार्यलाय में अधिकारी के कक्ष में बिस्तर डालकर लेट जाते है. कई लोग उन्हें धरना देने वाले विधायक के नाम से भी जानते हैं. हाल ही में वह नशे के खिलाफ जंग छेड़ते हुए आईजी दफ्तर के सामने दंडवत हो गए. जब आईजी से मुलाकात नहीं हुई तो वह वापस मऊगंज पहुंचे और एडिशन एसपी अनुराग पाण्डेय के सामने हाथ जोड़कर दंडवत हो गए.
मेडिकल कॉलेज पहुंचकर भरा देहदान का फॉर्म
ईटीवी भारत की टीम ने विधायक प्रदीप पटेल से खास बातचीत की. चर्चा के दौरान विधायक प्रदीप पटेल ने सभी सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा "उनके पिता ने भी देहदान किया था. आज वह मेडिकल कॉलेज पहुंच गए और प्रक्रिया पूरी करते हुए अपना देहदान किया." विधायक ने कहा "हाल ही में जो भी घटनाक्रम हुए उसका और देहदान से कोई सरोकार नहीं है." सरकार के विरुद्ध खड़ा होने करने के सवाल पर उन्होंने कहा "लोग चाहे जो कहें सरकार नशे के खिलाफ है. मैं सरकार के साथ हूं और उनके काम को आगे बढ़ा रहा हूं."
नशे के कारोबारी करते हैं पुलिस पर हमला
बीजेपी विधायक ने कहा "नशे के विरुद्ध आईजी क्या कर रहे हैं, इसके लिए उन्होंने पत्र नहीं सौंपा. मैंने तो उन्हें इसलिए पत्र सौंपा है कि उनके जिले से नशे का कारोबार पूर्णतः बंद हो जाए. लेकिन लगातार नशे का कारोबार बढ़ रहा है. दुख इस बात का है कि पुलिस जब नशे के विरुद्ध कार्रवाई करने जाती है तो पुलिस टीम पर ही हमला कर देते हैं." खुद की सुरक्षा व्यवस्था से दूरी बनाए जाने के सवाल पर प्रदीप पटेल ने कहा "बहुत लोगों ने हमारी सुरक्षा बढ़ाने के लिए ज्ञापन दिया. क्योंकि पूर्व में हम पर 3 बार हमले हुए. जितनी बार भी हमले हुए उसमें नशे के कारोबार से जुडे़ लोग ही थे. हमारी ओर से सुरक्षा बढ़ाने की कोई मांग नही की गई. लेकिन पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा बढ़ाई. मैंने कोई अपत्ति नहीं की. मगर अधिकारियों ने जो परसेप्शन भेजा और उन्होंने बोला इस सबके बीच जब ये बातें उठी तो उन्होंने पहले वाली सुरक्षा को भी हटाना सही समझा और सभी सुरक्षाकर्मी वापस कर दिए."