जन्म से लेकर मृत्यु तक होता है गणित, फिर भी बच्चे भागते हैं दूर, गणित के व्याख्याता से जानिए वजह - Mathematics Subject Fear
जन्म से लेकर मृत्यु तक होता है गणित, फिर भी बच्चे भागते हैं दूर. आखिर इसके पीछे क्या वजह है. यह एक बड़ा सवाल है, जिसका जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत ने गणित के शिक्षकों से खास बातचीत की और जानना चाहा कि आखिर बच्चे गणित से दूर क्यों भाग रहे हैं. गणित को आसानी से सीखने का तरीका क्या है.
गणित के व्याख्याताओं से गणित विषय को लेकर खास चर्चा (Mathematics Subject Fear)
रायपुर : गणित यानी मैथ्स का नाम सुनते ही बच्चे डर जाते हैं. इसे पढ़ना पसंद नहीं करते हैं, इससे दूर भागते हैं. लेकिन कुछ शिक्षक ऐसे हैं, जो गणित के विषय को आसान तरीके से बच्चों को पढ़ाते हैं और समझाते हैं. जिससे न सिर्फ उनका डर दूर भागता है, बल्कि उन्हें गणित का विषय अच्छा लगने लगता है. ऐसे ही दो शिक्षकों को आज शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल के द्वारा सम्मानित किया गया. ये दोनों शिक्षक राजनांदगांव से आते हैं, जिनका नाम गोकुलदास जंघेल और जयप्रकाश साहू है.
"बेसिक मजबूत होगा, तो गणित में रुचि बढ़ेगी": गणित के व्याख्याता जयप्रकाश साहू का कहा, "कई बार 9वीं-10वीं के बच्चों को जोड़ घटाना गुणा भाग की जानकारी नहीं होती है. ऐसे में हम उन्हें इस बेसिक जानकारी को सरल तरीके से बताते हैं. ताकि यह बच्चे शून्य से शिखर तक पहुंचे. कई बच्चे हंड्रेड में से 100 नंबर लाते हैं. एक समय हम भी गणित में काफी कमजोर थे, लेकिन आज हम बच्चों को गणित पढ़ा रहे हैं."
"आज मोबाइल और कैलकुलेटर की वजह से बच्चो में गणित का नॉलेज कम हो रहा है. बच्चे जोड़, घटाना, गुणा, भाग भूल रहे हैं. एक समय था, जब बच्चे जोड़, घटाना, गुणा, भाग सहित पहाड़ा पर ज्यादा ध्यान देते थे. यदि बेसिक मजबूत होगा, तो बच्चों की गणित में भी रुचि होगी. ऐसा होगा तो बच्चे आगे जाकर अच्छे इंजीनियर बनेंगे और अच्छा जॉब भी मिलेगा." - जयप्रकाश साहू, गणित के व्याख्याता
खेल-खेल में बच्चों को को सीखा रहे गणित : राज्यपाल से सम्मानित गणित के व्याख्याता गोकुलदास जंघेल का कहना है कि बच्चों को गणित पढ़ने के लिए पारिवारिक वातावरण मिलना चाहिए, उसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं. हमने पार्क बनाया है, जिसमें गणित से संबंधित आकृति प्रदर्शित की गई है. इन आकृतियों के जरिए बच्चों को गणित पढ़ाया जाता है. खेल-खेल में बच्चों को जोड़, घटाना, गुना, भाग सहित गणित से संबंधित अन्य जानकारी दी जाती है. मैथ्स पार्क में त्रिभुज, चतुर्भुज सहित कई अन्य आकृतियां तैयार की गई है. बच्चे इसके जरिए गणित पढ़ने में रूची दिखा रहे हैं."
"गणित एक ऐसा विषय है, जो जन्म से लेकर मृत्यु तक काम आता है. पैदा होते ही गणित की शुरुआत हो जाती है. इसलिए गणित जीवन में बहुत जरूरी है. यह कठिन विषय नहीं है, बल्कि बच्चे यदि रुचि रखें तो इससे आसान सब्जेक्ट कोई और नहीं है." - गोकुलदास जंघेल, गणित के व्याख्याता
"गणित से डरने वाले बच्चों से मित्रता पूर्वक व्यवहार करें" : गणित के व्याख्याता का कहा, "जिन बच्चों को गणित से डर लगता है, उनके साथ मित्रता पूर्वक व्यवहार करना चाहिए. खेल-खेल में सहज तरीके से उन्हें गणित की बेसिक जानकारी देना चाहिए. यदि वे गणित में डेवलप हो जाते हैं तो दसवीं में गणित का बेसिक मजबूत होगा. साथ ही 11वीं और 12वीं में भी बच्चों को अच्छे अंक मिलेंगे. ज्यादातर टॉपर गणित में सबसे ज्यादा अंक पाते हैं."
"बच्चे को गणित से डर लग रहा है तो सबसे पहले उनका जोड़, घटाना, गुणा, भाग का कांसेप्ट क्लियर करें. यदि उनका यह कांसेप्ट क्लियर हो गया तो उन्हें गणित बहुत आसान लगने लगेगा. फिर फार्मूला फिट करके कोई भी सवाल हल किया जा सकता है. गणित विषय में हमारे स्कूल के बच्चे 100 में से 100 अंक पाते हैं." - जयप्रकाश साहू, गणित के व्याख्याता
ऐसे गणित विषय के डर को जड़ से खत्म करें : राज्यपाल से सम्मानित गणित के इन दोनों व्याख्याताओं का सीधी कहना है कि यदि बच्चे का बेसिक कांसेप्ट क्लियर कर दिया जाए तो वह बच्चा गणित से भागेगा नहीं, बल्कि उसके लिए गणित आसान हो जाएगा. इससे बच्चे में गणित के प्रति रूचि बढ़ने लगेगी. इसके साथ ही शिक्षकों को यह संदेश भी दिया कि गणित से डरने वाले बच्चों को पढ़ाते वक्त मित्रता पूर्वक व्यवहार बेहद महत्वपूर्ण होता है. ताकि बच्चे आपसे बिना हिचकिचाहट के सवाल कर सकें. दोनों व्याख्याताओं ने खेल खेल में गणित विषय कतो पढ़ाने पर भी जोर दिया. इससे बच्चो के लिए गणित रूचिकर हो जाता है और उनका बेसिक क्लियर होता है. इस प्रकार आप आपने बच्चों के मन से गणित विषय के डर को जड़ से खत्म कर सकते हैं.
राज्यपाल से सम्मान प्राप्त करते व्याख्याता जयप्रकाश साहू (ETV Bharat)
राज्यपाल से सम्मान प्राप्त करते व्याख्याता गोकुलदास जंघेल (ETV Bharat)