राजनांदगांव: किसानों ने छत्तीसगढ़ को महाराष्ट्र से जोड़ने वाले कोरचाटोला चिल्हाटी मार्ग को लगभग 3 घंटों तक जाम रखा. जिसके कारण छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र आने जाने वाले भारी वाहनों की लंबी कतार लगी रही. हालांकि प्रशासन की समझाइश के बाद चक्का जाम समाप्त हुआ.
किसानों का हल्ला बोल: राजनांदगांव जिले से अलग होकर बने नवगठित जिला मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के अंतिम छोर में कोरचाटोला गांव है. यहां ग्रामीणों ने धान उपार्जन केंद्र खोले जाने की मांग को लेकर आवाज बुलंद की. जिला प्रशासन को ग्रामीणों के चक्का जाम किए जाने की सूचना मिलने पर तहसीलदार और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने प्रदर्शनकारी किसानों को समझाया लेकिन किसान अधिकारियों की बात सुनने को तैयार ही नहीं थे.
14 नवंबर तक धान उपार्जन केंद्र खोले जाने की मांग: प्रदर्शनकारी किसानों ने 14 नवंबर तक कोरचाटोला में धान उपार्जन केंद्र नहीं खोलने पर क्रमिक भूख हड़ताल करने की चेतावनी देते हुए चक्का जाम समाप्त किया. अंबागढ़ चौकी तहसीलदार अनुरिमा टोप्पो ने बताया कि जिले में 14 जगहों पर धान उपार्जन केंद्र खेले जाने हैं. प्रशासनिक कार्रवाई से ग्रामीणों को अवगत करवाया जाएगा. इसके बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम समाप्त किया है. उच्च अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है.
करीब तीन घंटे तक चक्काजाम के बाद किसान मान तो गए लेकिन अल्टीमेटम भी दिया है. किसानों का कहना है कि अगर नियमित समय में धान खरीदी केंद्र नहीं चालू किया जाता तो आगामी समय में बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा. 14 नवंबर से प्रदेश में धान खरीदी की शुरुआत होनी है. इसे लेकर किसानों की यह मांगें बेहद अहम हो जाती है.