रायपुर: हर महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. आषाढ़ महीने में मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ और मां गौरी की पूजा अर्चना होती है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा होती है. मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा आराधना कर भगवान शिव जी को प्रसन्न कर सकते हैं. भगवान शिव की मनपसंद वस्तुओं को अर्पित कर उनके मंत्रों का जाप किया जाता है. मासिक शिवरात्रि के दिन कथा सुनी जाती है. शिवजी के आशीर्वाद से भक्तों के संकट दूर होते हैं और उनकी पूरी मनोकामनाएं पूरी होती है. यही वजह है कि मासिक शिवरात्रि को बेहद पवित्र महीना माना जाता है.
सावन से पहले इस दिन है मासिक शिवरात्रि, शिव गौरी की पूजा से बदलेगा भाग्य, सिर्फ इन बातों का रखें ध्यान - Ashadha Pradosh Vrat 2024
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jul 2, 2024, 5:16 PM IST
|Updated : Jul 4, 2024, 2:01 PM IST
आषाढ़ महीने की मासिक शिवरात्रि आज है. इस दिन भगवान भोलेनाथ और माता गौरी की पूजा करने से सौभाग्य और सुख समृद्धि मिलती है. रायपुर महामाया मंदिर के पुजारी मनोज शुक्ला से जानिए मासिक शिवरात्रि में महादेव और पार्वती की पूजा में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
" मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ की पूरी श्रद्धा और सच्चे हृदय से रुद्राभिषेक जलाभिषेक करने से भगवान भोलेनाथ की असीम कृपा प्राप्त होती है. इस दिन यदि संभव हो तो रात्रि जागरण भी करना चाहिए. आज के दिन मंदिरों में जाकर भोलेनाथ का रुद्राभिषेक भी करना चाहिए. भगवान भोलेनाथ की प्रिय वस्तुओं से उन्हें प्रसन्न किया जाता है. रुद्राभिषेक जलाभिषेक करके भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करके भक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति कर सकते हैं और वांछित फल की प्राप्ति करते हैं.": मनोज शुक्ला, पुजारी, महामाया मंदिर
मासिक शिवरात्रि में पूजा का शुभ समय जानिए: पंचांग के अनुसार आषाढ़ महीने के दिन 4 जुलाई को मासिक शिवरात्रि है. इस शिवरात्रि की शुरुआत चार जुलाई को सुबह 5.54 मिनट पर हो रही है और इसका समापन पांच जुलाई 2024 को सुबह 4.57 पर हो रहा है. 4 जुलाई को आषाढ़ मास की मासिक शिवरात्रि के लिए पूजा का मुहूर्त 40 मिनट तक रहेगा. मासिक शिवरात्रि की पूजा देर रात 12:06 से मध्य रात्रि को 12:40 के बीच कर सकते हैं. इस समय के अलावा आप शिवरात्रि की पूजा दिन में कभी भी कर सकते हैं. आषाढ़ माह की मासिक शिवरात्रि के दिन वृद्धि योग और मृगशिरा नक्षत्र है. उस दिन वृद्धि योग सुबह 7:00 बजे से लेकर अगले दिन प्रात 5:14 तक रहेगा. वही मृगशिरा नक्षत्र प्रात: काल से लेकर अगले दिन सुबह 3:54 तक रहेगा.