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संभल में हिंसा; हिंदू पक्ष का दावा-मंदिर होने के कई प्रमाण, बाहरी तत्वों ने किया मिस गाइड - SAMBHAL VIOLENCE

संभल के शाही जामा मस्जिद-मंदिर विवाद में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता गोपाल शर्मा ने बताई पूरी बात, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा को घेरा

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अजय राय और अधिवक्ता गोपाल शर्मा. (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 7, 2024, 5:25 PM IST

संभल: शाही जामा मस्जिद को लेकर हरिहर मंदिर होने का दावा करने वाले हिंदू पक्ष के अधिवक्ता गोपाल शर्मा ने कहा कि उनके पास लिखित एवं मौखिक दस्तावेज मौजूद है. उन्होंने कहा कि संभल हिंसा षड्यंत्र के तहत हुआ, इसमें बाहरी तत्व भी शामिल थी.

शाही जामा मस्जिद के सर्वे में मौजूद हिंदू पक्ष के अधिवक्ता गोपाल शर्मा ने कहा कि 29 नवंबर को पहली सुनवाई हुई थी. हालांकि 8 जनवरी को अगली सुनवाई होगी. अभी हाईकोर्ट में सुनवाई नहीं हुई है. सुनवाई के बाद जो गाइडलाइन मिलेगी, उसको फॉलो करेंगे.

गोपाल शर्मा ने कहा कि यह तथाकथित मस्जिद 1920 से भारतीय पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है. लेकिन जब कभी पुरातत्व विभाग सर्वे के लिए आता है तो यह लोग (मुस्लिम) बिना पुलिस प्रोटेक्शन के सर्वे के लिए अंदर नहीं घुसने देते. गोपाल शर्मा ने दावा किया कि उनके पास आठ तरह के साक्ष्य उपलब्ध हैं. मौखिक और दस्तावेजी साक्ष्य भी मौजूद हैं.

अधिवक्ता गोपाल शर्मा (Video Credit; ETV Bharat)

उन्होंने कहा कि 24 नवंबर को सर्वे के दिन भीड़ ने किसी को नहीं सुना. यहां तक कि मस्जिद के सदर और इमाम ने अनाउंस किया कि शांतिपूर्ण सर्वे हो रहा है. बहुत से लोगों ने व्यक्तिगत तौर पर समझाया लेकिन भीड़ में शामिल लोग नहीं माने. गोपाल शर्मा ने दावा किया कि कुछ बाहरी तत्व थे, जो उन लोगों को मिस गाइड कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह सब सोची समझी साजिश के तहत हुआ. एक षड्यंत्र के तहत पूरी घटना घटी.

संभल में अधिकारियों ने गोली चलवाकर की हत्या, उन सभी पर हो FIR: अजय राय
सुल्तानपुरः वहीं, शनिवार को निजी कार्यक्रमों में शिरकत करने सुल्तानपुर पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मीडिया से बात करते हुए संभल हिंसा के प्रकरण में प्रदेश की योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. अजय राय ने कहा, संभल में सरकार ने अत्याचार और अन्याय किया. जिन लोगों ने वहां पर गोली चलवाकर हत्याएं कराई, उनपर हत्या का मुकदमा चलना चाहिए. उन अधिकारियों को जेल भेजे सरकार. अगर ये सरकार नहीं कर पाई तो 2027 में हमारी सरकार बनेगी. तब निश्चित तौर पर इन अधिकारियों को जेल भेजेगे. अजय राय ने बांग्लादेश में जो अत्याचार हो रहा है, उस पर पीएम मोदी को कड़ा स्टेप लेना चाहिए और कार्रवाई करना चाहिए. राज्यसभा में सिंघवी की सीट के नीचे से नोट के मामले में अजय राय ने कहा कि जांच हो. क्योंकि सीसी कैमरा लगे हैं, उसे बाहर कर जनता को बताए क्या चीजें हैं. मायावती के बयान पर अजय राय ने कहा कि मायावती अपनी चीजों को देखे. उपचुनाव में अपना हश्र देख लें. हाल ही में कांग्रेसियों पर लाठी चार्ज और दर्ज हुए मुकदमे पर कहा कि लड़ना कांग्रेस के डीएनए में है. ये मुकदमा करेंगे जेल भेजेंगे फिर भी हम पीछे नहीं हटेंगे.

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